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ग्वालियर में 65 साल की एक वृद्ध मां ने अपने ही दो बेटों की बेरूखी के चलते जान दे दी थी। मंगलवार सुबह उसने केरोसिन डालकर आत्मदाह कर लिया था। उम्र के इस पड़ाव में जहां बेटों को उसकी बुढापे की लाठी बनना था वहीं बेटे अपने-अपने परिवार के साथ अलग रह रहे थे।
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ऐसे समझिए पूरा मामला
शहर के ग्वालियर थाना क्षेत्र स्थित शीतला गली घासमण्डी निवासी 65 वर्षीय सोमवती राठौर पत्नी श्याम किशोर राठौर ने मंगलवार सुबह करीब सवा पांच बजे के लगभग अपने कमरे में खुद को बंद कर आग लगा केरोसिन डालकर आग लगा ली थी। घटना का पता उस समय चला जब कमरे से धुंआ निकलते देखकर श्याम किशोर ने दरवाजा तोड़ा और अंदर पहुंचे तो वह आग से झुलस चुकी थी। मामला समझ में आते ही उन्होंने शोर मचाया और आग बुझाई। मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया है। बताया गया है कि महिला और उसका पति यहां पर अकेले रहते थे, जबकि बच्चे दूसरे मकान में रहते थे। अब पुलिस पता लगा रही है कि ऐसा क्या कारण था कि बुजुर्ग महिला ने आग लगाकर जान दी है।
बेटे आए पर पोस्टमार्टम से वापस लौट आए
मृतका सोमवती के दो बेटे हैं। दोनों ही बेटे अपने-अपने परिवार के साथ शहर में ही अलग-अलग रहते हैं। दोनों ही बेटे व्यवसाय करते हैं। मां के देहांत की बात उनको पुलिस ने बताई और आगे का फर्ज निभाने के लिए बुलाया। जब दोनों बेटे पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो यहां उनके पिता श्याम किशोर राठौर ने उन पर आरोप लगाया कि इनके कारण ही सोमवती ने यह कदम उठाया है। न तुम ऐसा व्यवहार करते न यह दिन देखने को मिलता। इस पर दोनों बेटे वहां से चले गए।
पंचनामा पर हस्ताक्षर करने पांच गवाह नहीं मिले
एक समय तो यह हालत थी कि बेटे भी वापस लौट चुके थे और पुलिस को पोस्टमार्टम के लिए पंचनामा भरने के लिए पांच गवाह भी नहीं मिल रहे थे। परिजन के नाम पर सोमवती के शव के साथ उसका पति श्याम राठौर था वो भी वृद्ध अवस्था में पत्नी के शोक में होश आभाष में नहीं थे। किसी तरह पुलिस ने पंचनामा भरवा कर पोस्टमार्टम करवाया है और शव का अंतिम संस्कार हुआ है।
शव वाहिका से शव ले जाने के पैसे तक नहीं थे
जब सोमवती के शव का पोस्टमार्टम हो गया तो पुलिस ने शव को छुड़वाने के लिए शव वाहिका बुला ली, लेकिन बुजुर्ग पति के पास पत्नी का शव ले जाने के लिए रुपए तक नहीं थे। उससे पहले वह बेटे से कह रहा था कि मेरे पास पैसे नहीं है, लेकिन किसी बेटे ने रुपए नहीं दिए। इसके बाद पुलिस ने ही शव घर तक पहुंचाने और अंतिम संस्कार की व्यवस्था की है।
पोती से करती थी बहुत प्यार, बेटे की बेरूखी से थी दुखी
सोमवती ने अपनी खराब आर्थिक हालात के बाद भी पाई-पाई जोड़कर एक सोने की अंगूठी खरीदी थी। यह अंगूठी अपनी छोटे बेटे की बेटी को दी थी। पर दो दिन पहले बेटा आकर यह अंगूठी फेंक कर चला गया था। साथ ही लड़ते हुए सारे रिश्ते तोड़कर चला गया था। इससे वृद्ध मां बहुत आहत थी।
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