चोपन सोनभद्र बीते 16 अगस्त को पढ़ाई एव खेल में रुचि रखने वाली 14 वर्षीय बच्ची फांसी लगा ली। एक तरफ मृतिका अपने डायरी में लिख रही हैं कि पापा में दुनिया से जा रही हूं आपके दिल से नही।
इस दुनिया में आज मेरा आखिरी दिन है। जिसे भी मैं जानती हूं, उन सबको गुड बाय और जो मेरे दुश्मन हैं, उन्हें भी मैं दोस्त मानती हूं… पापा मैं जा सिर्फ दुनिया से रही हूं, आपके दिल से नहीं और मां आप दुनिया की बेस्ट मां हो…
मृतिका अपने पापा से बेहद प्यार करती हैं , अपनी मां को बेस्ट मां बता रही हैं। फिर फांसी क्यों लगाई ?
मृतिका बच्ची अपने डायरी में 2 अप्रैल से 25 अप्रैल तक जिक्र किया हैं जो उसके जीवन का कष्टदायक क्षण था।
उस समय बच्ची के साथ ऐसा क्या हुआ था जिसके पश्चयताप से उबर नही पा रही थी।
वह कौन सी ऐसी बात या घटना उस होनहार बच्ची को अपने आगोश में जकड़ लिया था ।
अपने मां और पिता से बेहद प्यार करने वाली बच्ची के साथ ऐसी कौन सी समस्या थी जिसको बता नही पाई। और बताना उचित नही समझा बल्कि फांसी के लगाना उचित समझा।
मृतिका किसको दुश्मन मानती थी । अपने डायरी में दुश्मन को भी गुड़ बाय लिख रही हैं। इस बच्ची दुश्मन कौन हैं।इस पढ़ाई करने वाली उम्र में किससे दुश्मनी की थी जिसकी जानकारी घरवालों को नही थी।
मृतिका के पिता द्वारा लिखित तहरीर में शर्मिंदगी का जिक्र किया गया हैं। बच्ची क्यो शर्मिंदा थी ?
इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए जिसे सच्चाई सामने आए । और ऐसे किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो पाए।बच्ची के मौत का रहस्य उजागर होना चाहिए।
थाना चोपन सच्चाई जानने के लिए मृतिका के कॉल डिटेल सीडीआर से पता लगाएगी की मृतिका किससे ज्यादा बात करती थी या 16अगस्त की अंतिम बात किससे की थी।