[ad_1]
मुनाफे का लालच देकर पंचकूला के पिंजौर स्थित डीएसएफ में रहने वाले एक वोकेशनल एजुकेशन एंड इंस्टीट्यूट संचालक से साइबर ठग ने 1.61 करोड़ की ठगी कर ली।
.
इसके बाद इंस्टीट्यूट संचालक अजय सिंह गिल ने इसकी शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी। मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
फेसबुक पर आया लिंक
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित अजय ने बताया कि 1 अप्रैल, 2024 को उसकी फेसबुक आईडी पर एक लिंक आया। जिसको क्लिक किया तो वैनगार्ड ग्रुप इन्वेस्टमेंट क्लब के ग्रुप में जुड़ गया। इस ग्रुप में काफी सदस्य थे, ग्रुप में 13 एडमिन थे। जिनमें से एक मोबाइल नम्बर ने अपने-आपको शिवांगी सोनी नाम से नम्बर लिखा हुआ था। जिसने इस ग्रुप में चल रहे स्टॉक मार्केटिंग बारे जानकारी दी और रुपए लगाकर मुनाफा कमाने बारे कहा। इसके बाद मेरे मोबाइल में वीजी टॉप नाम की एक एप्लिकेशन गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करवा दी।
करने लगा मार्केटिंग
12 अप्रैल, 2024 को शिवांगी सोनी का मैसेज आया कि कम्पनी का गूगल फार्म भर लिया या नहीं। उसके बाद 26 अप्रैल को कार्य की प्रक्रिया बारे पूछा। इसके बाद अपना आधार कार्ड नम्बर व पत्नी कलावन्ती का आधार कार्ड नम्बर को अपलोड करके मोबाइल नम्बर व अपनी पत्नी कलावन्ती का मोबाइल नम्बर से साइनअप कर ली। जिसकी बातों में आकर मैंने एप्लिकेशन पर मार्केटिंग शुरू कर दी और 2 मई, 2024 को उनके बताए बैंक खाते में 4 लाख व 3 मई, 2024 को 1 लाख ट्रांसफर कर दिए थे।
87 हजार मुनाफा आया बैंक में
9 मई, 2024 को 42 व 45 हजार मुनाफा की राशि ट्रांसफर हुई थी। इसके उपरान्त में उनकी बातों में आता रहा और फिर 13 मई, 2024 को इसी बैंक खाता से कुल 45 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए और इसके बाद 15 मई, 2024 15 लाख रुपए मुनाफा के आए और 15 मई, 2024 को बैंक खाता में कुल 5 लाख ट्रांसफर कर दिए थे। यही नहीं 22 मई, 2024 को पत्नी कलावन्ती गिल के खाता से 56 लाख उनके बताए गए खाते में और 30 मई, 2024 को पत्नी के इसी खाता से कुल 40 लाख रुपए उनके बताए बैंक खाता में ट्रांसफर कर दिए। इस तरह से उपरोक्त व्यक्तियों ने धोखाधड़ी करके कुल 1.61 करोड़ रुपए हड़प लिए। जिनके मुनाफा के कुल 15 लाख 87 हजार रुपए मेरे खाता में ट्रांसफर किए गए हैं।
[ad_2]
Source link