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कुएँ में गिरे बच्चे को 30 घंटे बाद भी नही निकाला जा सका, राजसमंद की सिविल डिफेंस के बाद अब उदयपुर से पहुंची एसडीआरएफ की टीम, कुएं में पानी की गहराई बनी रेस्क्यू में बाधा।
राजसमंद में दिवेर थाना सर्कल में शुक्रवार दोपहर कुएं में गिरे बच्चे को 30 घंटे बाद भी कुएं से बाहर नहीं निकाला जा सका। छापली कानावास गांव में ललित सिंह (13) पुत्र विक्रम सिंह रावत निवासी पालरा गांव कल दोपहर को बकरियां चराने के लिए जंगल में गया था। इस
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कुएं की गहराई 70 फीट से अधिक होने पर पुलिस ने राजसमंद से सिविल डिफेंस की टीम को बुलाया जिसके बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची ओर बच्चे की पानी में तलाश शुरू किया। पानी को कम करने के लिए पानी की मोटर का सहारा लिया गया, लेकिन पानी कम नहीं हुआ जिसके बाद रात्रि 10 बजे तक रेस्क्यू चला, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
उसके बाद आज दुबारा राजसमंद से सिविल डिफेंस की रेस्क्यू टीम गांव में पहुंची और 6 पानी की मोटर लगा कर कुए से पानी खाली करने के प्रयास शुरू किए, लेकिन पानी खाली नहीं हुआ। इस दौरान दिवेर पुलिस की टीम भी मौके पर लगातार मौजूद रही ओर सिविल डिफेंस की मदद की। इस दौरान एक जनरेटर सेट भी मौके पर लगाया गया।
पूरे दिन रेस्क्यू करने के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर शाम 6 बजे के करीब गांव में उदयपुर से एसडीआरएफ की टीम मय संसाधनों के मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। रात्रि 8.30 बजे तक भी कोई सफलता नहीं मिली।
कुएं का पानी खाली नहीं होना रेस्क्यू में बड़ी बाधा
आज दिन भर 6 पानी की मोटर लगातार चलाई गई। बावजूद इसके 70 फिट गहरा कुआं खाली नहीं हो पाया। इसका मुख्य कारण रहा कुएं के पास ही एनिकट होना जिससे लगातार पानी की आवक हो रही है। अंदेशा यह भी लगाया जा रहा है कि बच्चे के कुएं में गिरने के बाद कहीं चट्टान या पानी की झाड़ियों में कहीं फंस गया होगा। जिसके लिए कुएं का पानी खाली करना जरूरी है।
दिवेर पुलिस थाना इंचार्ज भवानी शंकर के अनुसार ललित सिंह अपने ननिहाल छापली कानावास में करीब 20 दिन से आया हुआ था और शुक्रवार को बकरी चराने के लिए जंगल में गया था और हादसा हो गया। सीविल डिफेंस की टीम में यह रहे मौजूद – चन्द्रेश व्यास, विजय सनाढ्य, चन्द्र सिंह, अविनाश सनाढ्य, हारून मोहम्मद, महेश खटिक, विक्रम सिंह, पूरन पूरी, करण सिंह, गोविंद सनाढय, नरेश मीणा, सोहन लाल गुर्जर कौस्तुभ सनाढय मौजूद रहे।
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