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जदयू झारखंड में पूरे दमखम से विधानसभा का चुनाव लड़ेगा। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी हरी झंडी दे दी है। उन्होंने झारखंड जदयू को चुनाव तैयारियों में जुटने और जमीन पर जल्द काम शुरू करने का निर्देश दिया है।
शनिवार को जदयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो के नेतृत्व में प्रदेश के पार्टी नेताओं ने पार्टी सुप्रीमो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में उन्होंने राज्य की 11 सीटों पर अपनी दावेदारी उनके सामने पेश की। साथ ही कुर्मी समाज को एसटी में शामिल करने की मांग भी रखी। नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि वे इस पर केंद्र से बात करेंगे। इस दौरान जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय सहित कई बड़े नेता उपस्थित थे।
खीरू महतो के साथ कुरमी समाज के 13 नेता भी पहुंचे थे। उनसे पूछा गया कि उनकी ओर से किन-किन सीटों की सूची नीतीश कुमार को दी गई है तो कहा कि सूची को अभी सार्वजनिक नहीं कर सकते। राष्ट्रीय अध्यक्ष जब इस पर सहमति देंगे तो फिर प्रदेश के एनडीए के सहयोगियों से बात होगी। वहीं, सरयू राय को लेकर कहा कि अगर वे जदयू में शामिल होते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे। ऐसे माना जा रहा है कि जदयू झारखंड में अकेले और गठबंधन दोनों ही परिस्थिति में चुनाव लड़ने की संभावनाएं तलाश रहा है।
अपनी परंपरागत सीटों पर रहेगा जदयू का जोर
सूत्रों के मुताबिक खीरू ने नीतीश को जो सूची सौंपी है, उसमें पार्टी का जोर अपनी परंपरागत सीटों पर है। साल 2004 के चुनाव में पार्टी छतरपुर, डाल्टनगंज, तमाड़, बाघमारा, मांडु और बाघमारा सीट जीती थी। साल 2009 के चुनाव में तमाड़, छतरपुर सीट जीती। साल 2014 के चुनाव में जदयू 11 सीटों पर चुनाव लड़ी। हालांकि सभी पर हार मिली। 2019 के चुनाव में पार्टी एनडीए से अलग 45 सीटों पर चुनाव लड़ी। इसमें से केवल बाघमारा, चतरा और गोड्डा सीट पर पार्टी का प्रदर्शन संतोषजनक था।
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