[ad_1]
शिवपुरी जिले के अमोला थाना क्षेत्र के सिरसौद गांव के प्राचीन काली माता मंदिर के दानपात्र से पैसे चोरी होने का अजब मामला सामने आया हैं। यहां शातिर चोर लंबे समय से टुकड़ों में मंदिर के दानपात्र से पैसों को चोरी कर रहा था।
.
इसका खुलासा सोमवार की रात हुई बरसात के दौरान दानपात्र के टूटे सेंटर लॉक को देखने के बाद हुआ। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत अमोला थाने में दर्ज कराई हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी।
7 साल से ताले में बंद था दानपात्र
जानकारी के मुताबिक काली माता मंदिर समिति के द्वारा सात साल पहले एक दान पात्र मंदिर में रखवाया था। दानपात्र में सेंटर लॉक लगवाया गया था। मंदिर समिति और ग्रामीणों के मुताबिक इस दान पात्र को 14 साल बाद खोला जाना था। इसके पैसों का उपयोग मंदिर के निर्माण में लगाया जाना था। लेकिन दानपात्र से चोरी हो गई।
बताया गया हैं कि दानपात्र में पैसों की चोरी एक ही दिन में नहीं हुई हैं। माना जा रहा है कि चोर द्वारा दानपात्र के सेंटर लॉक को तोड़ दिया गया था। हर बार चोर टुकड़ों में पैसों की चोरी कर दानपात्र के सेंटर लॉक को चिपका देता था।
सिरसौद पंचायत के सरपंच अतर सिंह लोधी का कहना है कि 7 साल पहले इस दान पत्र को रखा गया था। काली माता मंदिर में आपसी समझौते, पंचायत के समझौते भी होते रहते थे इस समझौते में दानपात्र में पैसे डाले जाते थे साथ ही मंदिर आने वाले भक्त भी इस दानपात्र में पैसे चढ़ाते थे।
इस दानपात्र में लगभग एक से डेढ़ लाख रुपए होना चाहिए था। लेकिन चोर 100, 200, 500 के नोटों को निकाल चुका है। फुटकर नगद सहित चिल्लर की गिनती समिति के सदस्यों द्वारा की जा रही है।
[ad_2]
Source link