[ad_1]
बागबेड़ा में नहीं शुरू हो सकी जलापूर्ति योजना
ग्राम विकास समिति के आह्वान पर बाड़बेडा लाल बिल्डिंग दुर्गा मंडप के समक्ष जन-महाजुटान का आयोजन किया गया। लगातार एक सप्ताह से हो रहे बारिश के बावजूद भारी संख्या में लोगों का महादजुटान हुआ। महाजुटान में लोगों ने बागबेड़ा जलापूर्ति योजना से अब तक जलापूर
.
लोगों ने एक स्वर में कहा कि वर्ष 2015 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा बागबेड़ा जलापूर्ति योजना का शिलान्यास किया गया एवं घोषणा किया गया की 3 वर्षों में योजना को पूर्ण कर नल के द्वारा लोगों को पानी की आपूर्ति की जाएगी। परंतु आज नौ वर्ष बीतने के बाद भी योजना अधूरा है।
योजना के शुरू होने में कई अड़चनें
इस योजना में कई तरह की अड़चनें आयी। पेयजल स्वच्छता विभाग एवं कार्यपालक एजेंसी के लापरवाही के कारण यह योजना अभी तक अधूरी है। बागबेडा घाघीडीह, किताडीह,करणडीह के लगभग 1.5 लाख लोग पानी के लिए त्राहीमाम कर रहे हैं। भूमिगत जल स्तर 700 से 800 फीट नीचे चला गया है। घाघीडीह क्षेत्र में पानी के लिए लोग गैलन लेकर सुबह 4:00 बजे से लंबी कतार में खड़े रहते हैं। बागबेड़ा जलापूर्ति योजना के लिए क्षेत्र के लोग लंबी संघर्ष किए हैं। इस योजना को पूर्ण कराने के लिए क्षेत्र के लोगों ने सैकड़ो बार धरना, प्रदर्शन, अनशन,उपवास,मानव श्रृंखला, जल सत्याग्रह, पदयात्रा एवं बागबेड़ा से रांची तक पदयात्रा भी किया।
स्थानीय लोगों को पानी नहीं, आश्वासन मिला
जिला के उपायुक्त पेयजल स्वच्छता विभाग के पदाधिकारी, विभागीय मंत्री से मिलकर कई बार मांग पत्र सौंप चुके हैं। आज योजना के शिलान्यास के नौ वर्ष बाद भी लोगों को बागबेडा जलापूर्ति योजना से पानी नहीं मिलने पर सब्र का बांध टूट चुका है। पहले विभाग ने फरवरी 2024 तक जलापूर्ति शुरू करने को कहा था फिर जुलाई 2024 में हर हाल में जलापूर्ति शुरू करने का आश्वासन दिए। जुलाई बीतने के बाद भी जलापूर्ति शुरू नहीं हुई महाजुटानकान में क्षेत्र के लोगों ने सर्व समिति से निर्णय लिया कि पेयजल स्वच्छता विभाग विधानसभा चुनाव से पहले बागबेडा जलापूर्ति योजना से बागबेड़ा,घाघीडीह, कीताडीह, करणडीह क्षेत्र में जलापूर्ति शुरू करें नहीं तो क्षेत्र के लोग एक जुट होकर चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
[ad_2]
Source link