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किसानों से बात करते पुलिस अधिकारी।
जींद जिले के उचाना क्षेत्र में नहर के पानी की मांग को लेकर पांच गांवों के किसानों ने बड़ौदा-खटकड़ के बीच नेशनल हाईवे को दोनों तरफ से जाम लगा दिया। साढ़े 11 बजे के करीब कसूहन, बड़ौदा खटकड़, रोजखेड़ा और घोघडिया गांव के किसान हाईवे पर पहुंचे।
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किसानों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोड को जाम कर दिया। आस-पास के गांव के लिंक रोड से होकर वाहन चालकों ने जाम खुलने तक आवागमन किया। जाम लगने के चलते दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइन लग गई।
पुलिस ने किया लोगों को समझाने का प्रयास
किसानों द्वारा जाम लगाए जाने की जानकारी मिलने के बाद थाना प्रभारी पवन कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। किसानों से जाम खोलने को लेकर बातचीत की। लेकिन किसान नहरी विभाग के अधिकारी को मौके पर बुला समस्या के समाधान की मांग कर रहे थे। किसानों ने कहा कि बरसोला से एल-1, 2, 3 रजवाहा में पानी जाता है।
जो गांव टेल पर है। वहां तक पानी पहुंचे 6 महीने हो गए है। खेतों में एक बार भी नहर के पानी से फसल की सिंचाई नहीं कर सकें है। पीछे से नहर का पानी कम छोड़ा जा रहा है, तो बारसाती पानी के मोगे लगाए जाने से भी पानी टेल तक नहीं पहुंच रहा है। ऐसे में धान के साथ-साथ कपास की फसल भी किसानों की खराब हो रही है।
ग्रामीणों ने सड़क पर लगाया जाम।
6 महीनों से नहर में नहीं आ रहा पानी
कहसून गांव सरपंच श्रीकांत ने कहा कि किसान बार-बार मांग करके थक चुके है। लेकिन उनकी मांग की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों को खेत में होना चाहिए लेकिन किसान मजबूरी में सड़क पर आ गए है। मजबूरी में जाम लगाना पड़ा है। जब खेतों में फसल खराब होने लगी है। टेल पर पानी पहुंचाने के पुख्ता प्रबंध शासन, प्रशासन करें।
6 महीने से टेल पर नहरी पानी दिखाई भी नहीं दिया है। किसान की फसल नहरी पानी पर आधारित है। नहरी पानी नहीं आने से फसल खराब होने लगी है। किसान पहले ही इस बार बारिश कम होने से परेशान है। अब नहरी पानी भी उसे उसके हिस्से का नहीं दिया जा रहा है।
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