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कांवरियों का जत्था महादेवसाल रवाना
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर मुक्ति नाथ घाट से रविवार हजारों की संख्या में कांवरिए छोटा बाबाधाम के नाम से प्रसिद्ध महादेवसाल धाम में जलाभिषेक करने के लिए जल लेकर रवाना हो गए। इस बार तीसरी सोमवारी पर रिकॉर्ड लाखों श्रद्धालुओं के जलाभिषेक करने का
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गौरतलब हो कि महादेवसाल सारंडा जंगल के बीच स्थित है। जहां झारखंड के अलावा पड़ोसी राज्य ओडिशा, बंगाल के लाखों लोग प्रत्येक साल श्रावण मास में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने पहुंचते है। इस बार संभावना बनी हुई है कि हर हाल से अधिक रिकॉर्ड करीब 1 लाख कांवरियों के आने की उम्मीद है।
55 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे कांवरिया
चक्रधरपुर से बाबा महादेवसाल धाम करीब 55 किलोमीटर दूर है। जिसे कांवरयों को 24 घंटे के अंदर तय करना होता है। वहीं डाक बम यह दूरी को लगभग 8 से 10 घंटे में पूरी करते हैं।
खंडित शिवलिंग की होती है पूजा
महादेवशाल मंदिर में अवस्थित शिवलिंग खंडित है।जिसके बावजूद बाबा भोलेनाथ का पुजा अर्चना व जलाभिषेक पिछले 150 सालों से भी अधिक समय से होते आ रही है। झारखंड के अलावा पड़ोसी राज्य उड़ीसा बंगाल, छत्तीसगढ़ से लाखों श्रद्धालुओं श्रावण मास पर बाबा को जलाभिषेक करने पहुंचते हैं।
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