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जिला मुख्यालय सहित आठों विकास खंडों में हजरत इमाम हुसैन की शहादत के मौके पर मनाए जाने वाले पर्व मुहर्रम पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां अकीकत मदों ने जगह-जगह लंगर का आयोजन किया। कई क्षेत्रों में लंगर के अलावा छबील और शरबत भी हजरत इमाम हुसैन की या
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जानकारी के अनुसार 7 जुलाई की शाम चांद नजर आने के बाद इस्लामी नया साल प्रारंभ होते ही वर्ष के पहले माह मुहर्रम की शुरूआत हो गई। इस्लामी साल का नया महीना होने के साथ ही मुहर्रम की 10 तारीख को योमे आशुरा का दिन (हजरत इमाम हुसैन रअ की शहादत) मनाया जाता है।
योमे आशुरा के मौके पर कल शाम को ग्रामीण अंचलों में भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां मुख्य रूप से लंगर, अखाड़ों का प्रदर्शन सवारियां व ताजियों को ठंडा करने का कार्यक्रम रात तक चलते रहा। नगर में अखाड़ों की रैली निकाली गई।
उर्दू स्कूल ग्राउंड में हुआ अखाड़ो का आयोजन
यंग मुस्लिम अखाड़ा तकिया मोहल्ला के तत्वाधान में रात्रि 8 बजे से देर रात तक उर्दू स्कूल मैदान में अखाडों का प्रोग्राम रखा गया। कार्यक्रम के संयोजक नब्बू खान पूर्व पार्षद ने बताया कि प्रोग्राम में शहर के सभी अखाड़ों ने शिरकत कर अपने हुनर दिखाए। इस अवसर पर अखाड़ों को मेहमानों की ओर से शील्ड देकर पुरस्कृत किया गया।
नगर में सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम
मुहर्रम पर्व के अवसर पर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मुहर्रम में अखाड़ों की रैली व ताजिए निकालने के दौरान नगर के चप्पे चप्पे में चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। वहीं नगर पालिका की ओर से भी-मुहर्रम पर्व पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम स्थलों में साफ-सफाई का ख्याल रखा गया।
वहीं जुलूस, प्रदर्शन, ताजिया, लंगर, छबील व शरबत बांटने का कार्य किया गया। इस मौके पर भूखे व प्यासे लोगों को खाना खिलाने के साथ पानी व शरबत पिलाने का कार्य भी किया गया है। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने अपने घरों में लंगर, छबील और शरबत बनाकर मोहल्ले में बांटा।
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