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हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस सासंद और दिग्गज नेता कुमारी शैलजा की कथित नाराजगी की चर्चा चारों ओर है। बीएसपी और बीजेपी ने उन्हें पार्टी जॉइन करने तक का ऑफर दे दिया है। चर्चा यह भी थी कि मुख्यमंत्री चेहरा बनाए जाने और विधानसभा का टिकट ना मिलने की वजह से वह नाराज हैं। इसी बीच उन्होंने मुख्यमंत्री पद कि इच्छा को लेकर स्पष्ट कहा है कि उन्हें बिल्कुल इच्छा है। यह नहीं कहा जा सकता कि मुख्यमंत्री पद की इच्छा नहीं है।
आजतक के कार्यक्रम में कुमारी शैलजा ने कहा, चुनाव में टिकट ना दिया जाना पार्टी का फैसला है। सीएम पद की दावेदारी पर उन्होंने कहा, दावेदारी कोई भी रख सकता है। एक सीनियॉरिटी लेवल भी है। वह चीजें मैंने कहीं और उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा। कुमारी शैलजा ने कहा, कुछ लोगों को हो सकता है मेरी बातों से डर लगा रहता हो। कुमारी शैलजा ने कहा, हमारी एक जर्नी है, कुछ लोग हैं जो साथ लगे हुए हैं। तीन पीढ़ी हमें भी लग गईं यहां तक पहुंचने में। लेकिन यह सब केवल अपने लिए नहीं होता। पूरे समुदाय के लिए होता है और हरियाणा में एक विजन लाने के लिए इच्छा हो सकती है। मेरी इच्छा भी थी और वह इच्चा है भी। अभी यह नहीं कहूंगी की इच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा, मैं बार-बार कह चुकी हूं कि जो भी राजनीतिक रास्ता हम तय करते हैं उसमें बहुत सारे लोग साथ जुड़ते हैं। सबको लेकर चलना होता है। शैलजा की लड़ाई केवल अपने लिए नहीं बल्कि कमजोर वर्ग के लिए है। इसमें केवल उस समुदाय की बात नहीं है जिसमें मैं पैदा हुई हूं बल्कि महिलाओं की भी बात होनी चाहिए।
बीजेपी और बीएसपी के ऑफर पर क्या बोलीं शैलजा
बीजेपी और एमएल खट्टर के बीजेपी में शामिल होने के ऑफर पर उन्होंने कहा, बीजेपी को जो भी नेता आज टिप्पणी कर रहे हैं उससे काफी लंबा राजनीतिकजीवन मेरा रहा है। ऐसे में मुझे किसी नसीहत की जरूरत नहीं है। मैं खुद अपना रास्ता तय करना जानती हूं। बीजेपी हो या कोई और दल, मुझे लेकर केवल भ्रम फैलाए जा रहे हैं। शैलजा ने कहा कि उनके रगों में कांग्रेस का खून है। जैसे मेरे पिता तिरंगे में लिपटकर आए थे वैसे ही शैलजा भी तिरंगे में लिपटकर जाएगी।
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