मिलिन्द कुमार
घोरावल सोनभद्र सावन के तीसरे सोमवार के लिए कांवड़ यात्रा की धूम मची है। सड़कों पर कांवड़ यात्रियों की सतरंगी छटा दिखाई दे रही है। दूरदराज के श्रद्धालु सोरों से गंगाजल लेकर घोरावल शिवद्वार धाम की ओर जा रहे हैं। इस बार डाक कांवड़ ले जाने वालों की तादात भी काफी दिखाई दे रही है। रविवार को दिनभर कांवड़ यात्रियों के जत्थे घोरावल शहर से होकर गुजरते रहे और लोग जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। सुबह से ही सबसे ज्यादा तादात मिर्जापुर जनपद के एवम सोनभद्र जनपद के लोग संयुक्त रूप से है जगह जगह स्थानीय लोगो के द्वारा सेवा कार्य किया जा रहा है धुरकर पेढ,घोरावल, घोरावल नगर में चांदी वाले मोड़ व नगर में कई जगह सेवा कार्य किया जारहा है जिसमे स्थानिय लोगो द्वारा जलपान की वी व्यवस्था के साथ मरहम पट्टी चाय सरबत चाय का स्टॉल लगाकर कवारियो को वितरण कर रहे है साथ ही नगर में भारी संख्या में भिड़ लोगों की दिखाई दी। सोमवार तक यह श्रद्धालु उमामहेश्वर मंदिर शिवद्वार धाम तक पहुंच जाएंगे और जलाभिषेक करेंगे। कांवड़ियों के लिए इस बार प्रशासन ने भी व्यापक व्यवस्थाएं की हैं, जगह-जगह शिविर लगाए हैं और सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं। पुलिस की पार्टियां पेट्रोलिंग कर रहीं हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त भी बढ़ा दिया गया है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल ने बताया कि कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के सभी इंतजाम है सड़कों पर पर्याप्त गश्त की व्यवस्था है। एवम मोबाइल एंबुलेंस के साथ डॉक्टर की टीम भी लगी हुई है, सामान्य कांवड़ यात्रा में भक्त अपनी सुविधा के अनुसार चलते फिरते कांवड़ यात्रा निकालते हैं। इस तरह के कांवड़ यात्री अधिकांशत: स्थानीय होते हैं। कांवड़ यात्रा में झांकी भी सजाई गई है। शिव भक्त धूमधाम से झूमते, गाते और नाचते कांवड़ की यात्रा कर रहे हैं। समूचा घोरावल बोल बम के नारे से गुज रहा है एक श्रद्धालु से बात किया गया तो उन्होंने बताया की डाक कांवड़ यात्रा बहुत कठिन यात्रा होती है। जो यात्रा लेकर चलते हैं वह कहीं रुकते नहीं हैं लगातार चलते रहते हैं। यह यात्रा बहुत कम लोग निकाल पाते हैं। हालांकि अंतिम सोमवार को सोनभद्र जिले के राम सरोवर से होकर डाक बम कांवड़ यात्री घोरावल के रास्ते शिवद्वार धाम में जलाभिषेक करते है जिनकी संख्या 20,25 हजार रहती है साथ ही यात्रा पूरी करने पर भगवान शिव का जलाभिषेक कर उन्हे प्रसन्न करते हैं