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नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। रूस भेजने के नाम पर ठगी करने वाले एजेंट को एयरपोर्ट पुलिस ने मुर्शिदाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपी हारुन मिर्जा ने पासपोर्ट पर रूस के दो फर्जी वीजा लगा दिए थे। इसके बाद यात्री सऊदी अरब गया था, लेकिन वहां से लौटते समय एयरपोर्ट पर पकड़ा गया।
डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार बीते तीन जुलाई को पश्चिम बंगाल निवासी इंजामुल हक जेद्दा से आया था। इमिग्रेशन ने दस्तावेज की जांच के दौरान पाया कि उसके पासपोर्ट पर रूस के दो फर्जी वीजा लगे हुए हैं। शिकायत पर आईजीआई एयरपोर्ट थाने में मामला दर्ज कर आरोपी यात्री को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपने गांव में खेती करता था, लेकिन इससे गुजारा नहीं होता था। वह दो बार दो-दो साल के लिए सऊदी अरब काम करने गया, लेकिन इसके बाद वह रूस जाना चाहता था। वह हारुन मिर्जा से मिला, जिसने दो लाख रुपये में उसे वीजा दिलवाने का वादा किया। उसने 1.10 लाख रुपये नकद एजेंट को दे दिए थे। एजेंट ने उसके पासपोर्ट पर वीजा लगवा दिया, लेकिन टिकट नहीं दिया। कुछ दिन बाद उसने बताया कि वीजा अवधि समाप्त होने वाली है। इसलिए दोबारा वीजा लेना पड़ेगा। उसके द्वारा बताए गये बैंक में इंजामुल ने 86 हजार रुपये जमा करा दिए। दोबारा वीजा लगवाने के बावजूद उसे टिकट नहीं दिया गया। उसने जब कुछ अन्य लोगों को वीजा दिखाया तो पता चला कि यह फर्जी है।
वर्ष 2022 में उसने एक बार फिर सऊदी अरब का वीजा लगवाया और मुंबई एयरपोर्ट से विदेश चला गया, लेकिन वह जब लौटा तो आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़ा गया। इस जानकारी पर मुर्शिदाबाद में छापा मारकर एजेंट को गिरफ्तार कर लिया गया।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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