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Israel Gaza War : गाजा के रफाह शहर में हुए इजरायली हमले में 40 से अधिक लोगों की मौत के बाद भी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हार न मानना की ठानी है. हालांकि, उन्होंने सोमवार को संसद में लोगों की मौत को लेकर कहा, भयावह गलती हुई है. उन्होंने मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवदेनाएं भी व्यक्त कीं. उन्होंने कहा, इजरायल भी इस मामले की जांच भी कर रहा है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दबाव को स्वीकार नहीं करेंगे.
नेतन्याहू ने जंग खत्म करने के दबाव को ठुकराकर हार का झंडा न फहराने की कसम खाई है. उन्होंने ये भी कहा, जो लोग थक चुके हैं, वे युद्ध के लिए तैयार नहीं है या फिर वो लोग दबाव का सामना नहीं करना चाहते है, उन्हें हार मानकर सफेद झंडा उठाना चाहिए. मैं उनमें से नहीं हूं. मैं तब तक लड़ता रहूंगा, जब तक हम जीत का झंडा नहीं लहरा देते. दरअसल, रविवार और सोमवार की रात इजरायली सेना के हवाई हमले में रफाह में 40 से अधिक लोग मारे गए थे. इजरायली सेना ने कहा था कि उसने हमास के 2 आतंकियों को निशाना बनाया था, लेकिन इसने रफाह में विस्थापितों के शिविर को भी चपेट में लिया था, जिसमें 40 से अधिक लोगों की जान चली गई.
अमेरिका ने जताया दुख, अब IDF करेगा जांच
अमेरिका ने इजरायली डिफेंस फोर्सेज के इस मिसाइल हमले को लेकर दुख जताया. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता ने कहा कि इस हमले में हमास के 2 आतंकवादी मारे गए, जो इजरायली नागरिकों के खिलाफ हमलों के लिए जिम्मेदार हैं, लेकिन इजरायल को नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव सावधानी बरतनी चाहिए. वहीं, आईडीएफ ने कहा कि वह नागरिकों के मारे जाने के मामले की जांच करेगा।
युद्ध खत्म करने का इरादा नहीं है
खबरों की मानें तो नेतन्याहू ने संसद में कहा, यह महत्वपूर्ण है कि इजरायल नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव सावधानी बरते. उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल की सेना ने हरसंभव कोशिश की कि इस लड़ाई का शिकार आम लोग न बनें. नेतन्याहू ने हमास के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की कसम खाई. नेतन्याहू ने कहा कि लक्ष्य हासिल होने से पहले हमारा युद्ध खत्म करने का कोई इरादा नहीं है.
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