रामप्रवेश गुप्ता
बीजपुर ( सोनभद्र ) एनटीपीसी रिहंद परियोजना के अधौरा ( सिरसोती ) बंधे से होने वाले राख परिवहन में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आने से एनटीपीसी प्रबंधन सहित राख ढुलाई में लगी एजेंसियों में हड़कंप मच गया है ।
एनटीपीसी व एनएचएआई के बीच हुए अनुबंध के आधार पर एनटीपीसी राख बंधे से गढ़वा के डाल्टनगंज व अन्य जगहों पर विभिन्न एजेंसियों द्वारा सैकड़ो गाड़ियों से प्रतिदिन राख परिवहन कराया जा रहा है । बंधे से राख उठाने के बाद एनटीपीसी द्वारा जांच बैरियर पर एक पर्ची दी जाती है जिस पर एनएचएआई द्वारा रिसीविंग भी की जाती है । सारा खेल इसी पर्ची का है क्योंकि एजेंसियों का भुगतान इसी पर्ची के आधार पर होता है ।
रविवार की रात्रि इस लाखों करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के खेल का खुलासा तब हुआ जब करीब आधा दर्जन गाड़ियां साउथ गेट स्थित जांच बैरियर पर पर्ची कटवा कर जाने लगी तो चेक पोस्ट पर तैनात कर्मियों को संदेह हुआ की गाड़ियां खाली ही जा रही हैं जब कर्मियों ने गाड़ियों को रुकवा कर उनका तिरपाल हटाकर देखा तो गाड़ियों में राख ही नहीं मिली । आनन फानन में एनटीपीसी के उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई, सूचना पर पहुंचे अधिकारियों ने गाड़ियों की जांच कर उनको मौके पर खड़ा कर दिया पर थोड़ी देर बाद ही उन सभी गाड़ियों पर कार्रवाई करने की बजाय उनको छोड़ दिया गया जो चर्चा का विषय बना हुआ है ।
मिली जानकारी के अनुसार, सारा खेल जांच बैरियर पर मिलने वाली पर्ची का ही है इसी पर्ची के द्वारा लाखों करोड़ों का गबन पिछले कई महीनो से अनवरत जारी है ।
संभ्रांत जनों ने बताया कि राख परिवहन में लगी विभिन्न एजेंसियां उक्त जांच केंद्र से खाली गाड़ी पार करवाकर पर्ची ले लेती हैं आगे वन बैरियर पर एंट्री करवाने के बाद कहीं सुनसान जगह या जंगल में गाड़ी खड़ी करके गाड़ी का नंबर प्लेट बदल कर वही गाड़ी घुमाकर पुनः दोबारा नंबर में लगवा देते हैं यानी कागजात के अनुसार गाड़ी राख लेकर गई पर राख गंतव्य तक पहुंची ही नहीं ।
आगे लोगों ने आरोप लगाया कि इस लाखों करोड़ों के घोटाले में प्रबंधन सहित एनएचएआई के कुछ अधिकारियों की मिली भगत भी है क्योंकि इतना बड़ा खेल उनके नाक के नीचे हो रहा है और उन्हें पता ना हो यह संभव ही नहीं है । यहां से पर्ची/ टोकन मिलने के बाद बिना गाड़ी गए ही सेटिंग गेटिंग व मिलीभगत के दम पर उक्त पर्ची पर रिसीविंग भी दर्ज हो जाती है और बिना राख ढुलाई किये ही विभिन्न एजेंसियों द्वारा घर बैठे ही लाखों करोड़ों का वारा न्यारा कर लिया जा रहा है ।
मामला यहीं तक नहीं है कुछ गाड़ियां राख लेकर जा भी रही हैं तो उसको नेमना, चेतवाँ,किरबिल,आश्रम मोड आदि जगहों पर जहां तहां गिराकर फिर नंबर लगाने चली आ रही हैं । फिलहाल रविवार की रात्रि हुए हंगामे के बाद सोमवार को एनटीपीसी प्रबंधन नींद से जागा और जगह-जगह गिराई गई राख की जांच करने पहुंचा ।
इस बाबत उप महाप्रबंधक ( ईएमजी ) पी लक्ष्मी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, साथ ही जगह-जगह राख गिराने की भी शिकायत मिली है जांच कर संबंधित लोगों पर कार्यवाही की जाएगी ।।
— कुछ दिनों पहले शक्ति नगर में हुई है बड़ी कार्रवाई
कुछ महीनों पूर्व एनटीपीसी सिंगरौली में राख परिवहन में फर्जी कागजातों के जरिए कई चक्कर की राख ढुलाई दिखाकर लाखों का भुगतान करा लिए जाने का मामला सामने आया था जिसमें ट्रांसपोर्टरों व राख ढुलाई की निगरानी करने वाले अधिकारियों की मिली भगत का बड़ा खेल सामने आया था जिसमें लाखों रुपए का भुगतान फर्जी तरीके से कराया गया था । इस मामले में उच्च स्तरीय जांच भी हुई थी व एनटीपीसी मुख्यालय से जांच टीम भी आई थी लेकिन बाद में मामला ठंडा पड़ गया था ।।