*अधिकारियों की उदासीनता के चलते नहीं बन पा रहा ध्वस्त चारदीवारी **
संतोष कुमार नागर/डाक्टर रमेश कुमार कुशवाहा
——————————–घोरावल। स्थानीय विकासखंड के उच्च प्राथमिक विद्यालय औराही में बुधवार को बड़ा हादसा होते-होते टल गया l प्राप्त जानकारी के अनुसार उच्च प्राथमिक विद्यालय औराही में लगभग ढाई बजे के आसपास बच्चों द्वारा पी टी किया जा रहा था ,इस समय विद्यालय परिसर में एक आवारा साड़ घुस आया जिससे बच्चों में भगदड़ मच गई और साड़ बच्चों को दौड़ा लिया। बच्चों को बचाने के लिए अनुदेशिका सुनीता देवी व किरन तिवारी दौड़ी तभी साड़ उन लोगों पर हमला बोल दिया जिसमें दोनों महिला अनुदेशक बुरी तरह घायल हो गई । बताया जाता है कि तभी सहायक अध्यापक राकेश कुमार शुक्ला द्वारा किसी तरह साड़ को भगाया गया ,जिससे एक बड़ी घटना होते-होते बच गई। महिला शिक्षिकाओं ने बताया कि मौके पर शुक्ला जी नहीं होते तो हम लोग जिंदा नहीं बचते। बच्चे भी काफी घबराए हुए थे बच्चों को भी हल्की-फुल्की चोट लगी हैंl बच्चों ने बताया कि पिछले महीने में प्राथमिक विद्यालय औराही की प्रधानाध्यापिका अनारकली को भी यही आवारा बैल दौड़ा लिया था जिससे किसी तरह स्कूल का कमरा बंद कर जान बचा पाई थी। अगर यही हाल रहा तो किसी दिन कोई बड़ी घटना घट सकती हैl बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय औराही की बाउंड्री ग्राम प्रधान व कार्यदाई संस्था द्वारा अपनी निजी हित के लिए तोड़ दिया गया हैl जिस कारण बाउंड्री के अंदर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है जिससे बच्चों को पढ़ने में काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता हैl बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय औराही में कार्यदाई संस्था द्वारा एक अतिरिक्त कच्छ का निर्माण कराया जा रहा है कार्यवाही संस्था द्वारा प्राथमिक विद्यालय औराही की बाउंड्री को तोड़ दिया गया जिसको अभी तक नहीं बनवाया गया और अतिरिक्त कक्ष भी अधूरा पड़ा हुआ है वही, उच्च प्राथमिक विद्यालय औराही के बाउंड्री को ग्राम प्रधान द्वारा अपनी निजी हित के लिए तोड़ दिया गया है जिसके कारण उसके परिसर में भी आवारा पशुओं का आना-जाना लगा रहता है जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा वीडियो बनाकर गत १७ अगस्त को बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र को भेजा गया ।उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो गत ४ अक्टूबर को पुनः वीडियो बनाकर बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र व खंड शिक्षा अधिकारी घोरावल को भेजा गया, परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके कारण आज यह हादसा हुआ है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी सोनभद्र से बात करने की कोशिश की गई तो लगभग दस बार फोन करने के बाद भी फोन रिसीव नहीं हुआ। खंड शिक्षा अधिकारी घोरावल के नंबर पर इनकमिंग कॉल की सुविधा उपलब्ध नहीं थी, वहीं विकासखंड अधिकारी घोरावल का नंबर स्विच ऑफ मिला। जिला अधिकारी से काफी प्रयास के बाद बात हो पाई उनका कहना था कि फोन पर हमें बात करने का समय नहीं है व्हाट्सएप के माध्यम से घटना की जानकारी दें ।जहां तक बात रही आवारा पशुओं की तो सरकार द्वारा काफी धन खर्च किया जा रहा है आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए परंतु आवारा पशु ऐसे ही घूम रहे हैं जिससे राहगीरों और किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।