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Former British PM Liz Truss on India: पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ ट्रस ने शनिवार (16 नवंबर 2024) को यूनाइटेड किंगडम में बड़े सुधारों की जरूरत पर जोर दिया, जिसमें देश के शक्तिशाली ब्यूरोक्रेसी के मुद्दों को हल करना और अमेरिका में ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ (MAGA) अभियान जैसी एक आंदोलन को बढ़ावा देना शामिल है.
हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में ट्रस ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो, मुझे लगता है कि हमें एक ब्रिटिश ट्रंप की जरूरत है. सवाल यह है कि वह व्यक्ति कौन हो सकता है.” उन्होंने व्यापार सौदों को लेकर ब्यूरोक्रेटिक रोकटोक को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया, खासकर भारत और अमेरिका के साथ. उनका कहना था कि यूरोपीय नियमों से जुड़ी ब्यूरोक्रेसी ब्रिटेन को पीछे खींच रही है.
उन्होंने कहा, “तो, मुझे यह जानने में दिलचस्पी है कि हम कैसे एक कैंपेन तैयार सकते हैं, जैसे MAGA या अमेरिका में टी पार्टी आंदोलन, जो महत्वपूर्ण बदलाव ला सके.” हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ऐसा कोई पद संभालेंगी, तो उन्होंने हंसी में जवाब दिया, “मैं पहले ही आग में अपनी उंगलियां डाल चुकी हूं और बुरी तरह जल चुकी हूं.”
भारत की वैश्विक भू-राजनीति में भूमिका
ट्रस ने वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते महत्व का जिक्र किया और इसे “दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र” और “भविष्य की भू-राजनीति में बड़ी नेतृत्व भूमिका निभाने वाला” बताया. उन्होंने भारत-ब्रिटेन संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया और उम्मीद जताई कि दोनों देश एक मुक्त व्यापार समझौते पर सहमति जताएंगे.
उन्होंने कहा, “यह एक समान साझेदारी है. दोनों पक्षों को सौदा करने के लिए समझौते करने होंगे, लेकिन प्रौद्योगिकी, रक्षा और कृषि के क्षेत्रों में अवसर विशाल हैं.” उन्होंने चीन के बढ़ते प्रभाव का मुकाबला करने के लिए अमेरिका, ब्रिटेन, जापान और भारत की ओर से स्थापित क्वाड गठबंधन में भारत की भूमिका की भी सराहना की.
मोदी और भारत के आर्थिक सुधारों की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल पर टिप्पणी करते हुए ट्रस ने इसे “एक बड़ी उपलब्धि” करार दिया, खासकर एक ऐसे वैश्विक माहौल में जहां वर्तमान सरकारों के लिए सत्ता में बने रहना मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा, “यह भारत में हो रहे आर्थिक सुधारों का प्रतीक है, और यह दिखाता है कि लोग मानते हैं कि देश सही दिशा में बढ़ रहा है.”
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