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जोधपुर में पिछले 70 दिन से वन विभाग जिस लेपर्ड को अगल – अलग जगह ढूंढ रहा है, वह माचिया सफारी में घुसा गया है। रविवार रात को लेपर्ड ने माचिया में रहने वाले 13 चिंकारा का शिकार कर लिया है। माचिया में लगा रखे कैमरों में लेपर्ड की मूवमेंट भी आई है। ऐसे म
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लेपर्ड काे पकड़ने के लिए पिंजरे में कुत्ते बांधे गए है।
जहां शिकार किया वहीं लगाए पिंजरे
वन विभाग के ट्रैकुलाइजर बंशीलाल ने बताया कि लेपर्ड ने 13 चिंकारा का शिकार किया है। वहां लेपर्ड की मूवमेंट देखी गई है। ऐसे में लेपर्ड फिर से वहीं पर शिकार करने के लिए आएगा। इसी अंदेशा के साथ ही विभाग ने चिंकारा के पिंजरों के पास लेपर्ड को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है।
70 दिन से ढूंढ रहा वन विभाग
आपको बतादे की चिंकारा का शिकार करने वाला लेपर्ड पहली बार 15 मार्च को सूरसागर क्षेत्र में रात में नजर आया था। उसका सीसीटीवी वीडियो भी आया था। इसके बाद यह लेपर्ड जोधपुर के अलग – अलग इलाकों में नजर आया था। वन विभाग ने इसे पकड़ने के लिए कई बार पिंजरे लगाए थे लेकिन वह हाथ नहीं आया।
आज रात वन विभाग इन सभी पिंजरों पर रखेगा नजर।
छिपने के लिए कई ठिकाने
वन विभाग की ओर से अब माचिया के सभी इलकों की तलाश की जा रही है। माचिया में छोटे नाले व लेपर्ड के छिपने के लिए कई जगह है। साथ ही पार्क में आने के लिए और भी छोटे- छोटे रास्ते है। टीमों द्वारा उन सभी स्थानों पर निगरानी रखी जा रही है जहां लेपर्ड आ सकता है।
वन विभाग की टीम को अलर्ट रहने के आदेश दिए गए है।
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