[ad_1]
शहर के कैंट इलाके के मंगवार गांव में जमीन को लेकर एक विवाद सामने आया है। एक व्यक्ति ने अपनी जमीन दूसरे को बेंच दी। अब एक तीसरा व्यक्ति उस पर अपना दावा कर रहा है। दूसरे व्यक्ति से वह जमीन छोड़ने के बदले पांच बीघा जमीन और दस लाख रुपए मांग रहा है। नहीं
.
उमरी इलाके के हाथीखूंदन गांव के रहने वाले पूरन सेहरिया(50) पुत्र स्व ग्यारसा सेहरिया ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ग्याररसा सेहरिया के नाम पर पटवारी ग्राम मंगवार तहसील गुना में 2.090 हेक्टेयर भूमि थी। पिता ग्यारसा की मृत्यु के बाद जमीन शासकीय दस्तावेजों में उनके नाम पर दर्ज हो गई थी। भूमि को पूरन , उसके भाई मंगा सेहरिया, खेलू सेहरिया, बहन चंद्रीबाई व मिथलेश सेहरिया ने सरकारी मंजूरी लेकर 26.04.2019 को भानूप्रताप सिसोदिया, जसपाल सिंह गिल और सुखपाल सिंह गिल को बेंचकर रजिस्ट्री करा दी थी।
पूरन ने बताया कि उसके पिता ग्यारसा सेहरिया ने अपने मरने के पहले हमारी जमीन को किसी को नहीं बेची थी। यह सभी बात सभी भाई-बहनों को अच्छे से पता है। सब भाई-बहन अपने पिता के साथ उस जमीन पर खेती करते आ रहे थे। वर्ष 2018 में अचानक धर्मेन्द्र राजौरे, सूरज राजौरे और अशोक राजौरे पता नहीं कहां से एक झूठा स्टाम्प ले आये और बोले देखो इस स्टाम्प पर तुम्हारे पिता ग्यारसा ने निशानी अंगूठा भी लगाया है। वह हमको डराने धमकाने लगे कि यह जमीन हमारी है। हम इस जमीन को लेकर रहेंगे। हम सभी भाई-बहनों ने कहा कि, हमारे पिता जी ने ऐसी कोई लिखा पढी नहीं की। न ही हमें जमीन बेचने के बारे में बताया था और न ही हमारे पिता ने किसी कागजात पर अंगूठा लगाया था।
इसकेबाद धर्मेन्द्र, सूरज और अशोक राजौरे ने हमारी सरकारी मंजूरी को ग्वालियर राजस्व मंडल में झूठा स्टाम्प बताकर मंजूरी को निरस्त कराने का केस लगाया था। राजस्व मंडल ग्वालियर द्वारा धर्मेन्द्र, सूरज और अशोक का केस झूठा बताकर खत्म कर दिया है। फिर हमारी जमीन हड़पने के लिये धर्मेन्द्र और सूरज राजौरे ने गुना कोर्ट में केस लगाया था। उस केस में भी न्यायालय गुना ने भी हमारे हक में फैसला किया है। फिर भी ये लोग हमारे खिलाफ अपने द्वारा बनवाये गये झूठे स्टाम्प पर से षडयंत्र रच रहे हैं।
जिन्होंने जमीन खरीदी, उन्हे धमकी दी
भगत सिंह के रहने वाले सोनू उर्फ सुखपाल सिंह गिल(35) पुत्र स्व दलजीत सिंह गिल ने पुलिस को बताया कि 26.04.2019 को उसने, भानूप्रताप सिसौदिया और जसपाल सिंह गिल ने ग्राम मंगवार में 2.090 हेक्टेयर भूमि पूरन सहरिया व उसके परिवार से विधिवत अनुमति लेकर खरीद कर कब्जा प्राप्त कर लिया था। फिर अचानक धर्मेंद्र राजौरे, अशोक राजौरे, सूरज राजौरे आकर बोलने लगे कि उक्त भूमि तुम क्यों जोत रहे हो, यह तो हमारी है। तो हमने बोला कि यह भूमि हमने पूरन सहरिया के परिवार से खरीदी है। अशोक, सूरज, धर्मेन्द्र बोलने लगे कि यह जमीन तो पूरन सहरिया के पिता ग्यारसा सहरिया से हमने खरीद ली थी।
सुखपाल ने बताया कि फिर मैंने, भानु और जसपाल ने बोला कि यदि यह जमीन तुम्हारी है तो इसकी रजिस्ट्री बताओ। तो यह तीनों बोलने लगे कि हम तुम्हें रजिस्ट्री क्यों बताये। उसके बाद इन तीनों लोगों ने जगह-जगह हमारे विरूद्ध थानों एवं न्यायालयों में झूठी शिकायतें की और बोल रहे थे कि यदि तुम लोग इन सबसे बचना चाहते हो तो इसके बदले हमें 5 बीघा जमीन रजिस्ट्री कराओ। ये तीनों 10 लाख रूपये नगद देने की अवैध मांग कर रहे हैं। और कह रहे हैं कि यदि तुम हमें 5 बीघा जमीन व 10 लाख रूपये नहीं देते हो तो हम तुम्हारी झूठी रिपोर्ट करेंगे और यदि आज के बाद इस जमीन के आसपास भी दिखे तो तुम लोगों को जान से खत्म कर देंगे। कैंट पुलिस ने सुखपाल और पूरन की रिपोर्ट पर अशोक, सूरज और धर्मेंद्र के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
[ad_2]
Source link