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नई दिल्ली23 मिनट पहले
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यह फंडिंग 2014 से 2022 के बीच कनाडा, अमेरिका, मिडिल ईस्अ, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से मिलने का दावा किया गया है।
एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर बताया है कि आम आदमी पार्टी (AAP) को विदेशी फंडिंग में 7 करोड़ रुपए से ज्यादा फंड मिला है। यह फंडिंग 2014 से 2022 के बीच कनाडा, अमेरिका, मिडिल ईस्अ, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया से मिलने का दावा किया गया है। एजेंसी के मुताबिक यह फॉरेन कंट्रीब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) का उल्लंघन है।
पंजाब के पूर्व MLA सुखपाल सिंह खैरा और अन्य लोगों के खिलाफ ड्रग्स से जुड़ी मनी-लॉन्ड्रिंग जांच में एजेंसी को कुछ डॉक्यूमेंट और ईमेल मिले थे, जिसके बाद एजेंसी ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। एजेंसी ने यह जांच 2021 में शुरू की थी और खैरा को उसी साल ED ने गिरफ्तार भी कर लिया था। अब खैरा कांग्रेस पार्टी में हैं
आतिशी बोलीं- भाजपा ED के जरिए राजनीतिक षड्यंत्र रच रही
ED के इन आरोपों के बाद आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा- मैं पीएम मोदी को लेकर गुस्से से भरी हूं। भाजपा साफतौर पर दिल्ली और पंजाब की सभी 20 लोकसभा सीटें हारने वाली है, इसलिए ED का सहारा लेकर राजनीतिक षड्यंत्र रच रही है।
आतिशी ने कहा कि शराब नीति घोटाले और स्वाति मालीवाल केस के फेल होने के बाद अब भाजपा 11 साल पुराने केस को फिर उठा लाई है। इस केस से जुड़े सभी सवाल ED, CBI, गृह मंत्रालय और इलेक्शन कमीशन को दिए जा चुके हैं। ED की तरफ से लगाए गए आरोप AAP का नाम खराब करने की मोदी की साजिश है।
आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि शराब नीति घोटाले और स्वाति मालीवाल केस के फेल होने के बाद भाजपा इस 11 साल पुराने केस को फिर उठा लाई है।
ED का दावा- डोनेशन देने वाले डोनर्स की पहचान बताने में गड़बड़ी की गई
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, ED ने पिछले साल अगस्त में गृह मंत्रालय को डिटेल में इस पूरे केस की जानकारी दी थी। इसमें बताया गया था कि AAP ने FCRA और रेप्रिजेंटशन ऑफ पीपुल्स एक्ट का उल्लंघन किया है। ऐसा माना जा सकता है कि ED ने इस केस से जुड़े कुछ नए इनपुट गृह मंत्रालय से शेयर किए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, ED को पता चला कि AAP को विदेश से डोनेशन के तौर पर 7.08 करोड़ रुपए मिले हैं और पार्टी ने ये डोनेशन देने वाले फॉरेन डोनर की पहचान और नेशनैलिटी की जानकारी देने में गड़बड़ी की है। इसके अलावा कुछ और डिटेल्स में भी गड़बड़ी पाई गई है।
ED ने गृह मंत्रालय को सभी डोनर्स के नाम और राष्ट्रीयता की जानकारी दी
सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी ने गृह मंत्रालय को उन सभी डोनर्स के वेरिफाइड नाम, नेशनैलिटी, पासपोर्ट नंबर, डोनेट किया गया अमाउंट, डोनेशन का मोड और डोनेशन पाने वाले का बैंक अकाउंट नंबर, बिलिंग नाम, एड्रेस, फोन नंबर्र ईमेल, डोनेशन का टाइम और डेट और इस्तेमाल किया गया पेमेंट गेटवे।
एजेंसी ने गृह मंत्रालय को बताया कि अमेरिका और कनाडा में AAP की ओवरसीज विंग के वॉलेंटियर्स की तरफ से 2015 और 2016 में कुछ फंडरेजिंग इवेंट्स के जरिए FCRA का उल्लंघन करते हुए ये पैसा जुटाया गया था।
ED ने गृह मंत्रालय को बताया कि कनाडा में रहने वाले कुछ लोगों के नाम और उनकी राष्ट्रीयता को पार्टी के फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स में छुपाकर रखा गया है ताकि पार्टी के भारतीय बैंक अकाउंट में किए गए विदेश डोनेशन को छुपाया जा सके।
एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, FCRA उल्लंघन के केस की जांच CBI करती है, लिहाजा गृह मंत्रालय CBI को लिखकर ED की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच करवा सकती है।
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