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धर्म प्रभावना समिति एवं सकल जैन समाज इंदौर की मेजबानी में अष्टानिका महापर्व में 108 श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं रथावर्तन महोत्सव 7 से 15 नवंबर तक विजय नगर बिजनेस पार्क स्थित ग्राउंड पर आयोजित किया जा रहा है। बंगाली कारीगर मुख्य पंडाल सहित प्रदर्
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धर्म प्रभावना समिति, सकल जैन समाज एवं विधान संयोजक धर्मेंद्र जैन (सिनकेम), गिरीश जैन (गिन्नी ग्रुप) एवं प्रचार प्रमुख राहुल जैन ने बताया कि विजय नगर बिजनेस पार्क स्थित ग्राउंड पर आयोजित होने वाले आठ दिवसीय महोत्सव में मुनि प्रणाम सागर, मुनि निर्वेग सागर एवं मुनि संधान सागर का भी सान्निध्य जैन धर्मावलंबियों को मिलेगा। 7 से 15 नवंबर तक आयोजित होने वाले 108 सिद्धचक्र महामंडल विधान एवं रथावर्तन महोत्सव की शुरुआत घटयात्रा से होगी। गुरुवार सुबह मोहता भवन परिसर में सुबह 5.45 बजे अभिषेक, पूजा, सकलीकरण की विधियां संपन्न होगी। इसके बाद 6.45 बजे श्रीजी की शोभायात्रा गाजे-बाजे के साथ मोहता भवन से कार्यक्रम स्थल विजय नगर तक निकाली जाएगी। सुबह 8.45 बजे ध्वजारोहरण, मंडप उद्घाटन, मंडप प्रतिष्ठा, अभिषेक, पूजन व विधान का क्रम चलेगा। शाम 5.30 बजे प्रतिक्रमण, शंका समाधान कार्यक्रम होगा एवं रात 7 बजे महाआरती, शोभायात्रा, भक्तामर पाठ, जप-कीर्तन के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
विश्व शांति महायज्ञ हवन होगा
8 से 13 नवंबर तक सुबह 5.15 बजे भावना योग, 6 बजे अभिषेक, पूजा, विधान, सुबह 8.35 बजे दिव्य देशना, शाम 5.45 बजे प्रतिक्रमण, शंका समाधान, महाआरती, शोभायात्रा, जप-कीर्तन, भक्तामर पाठ का क्रम जारी रहेगा। 14 नवंबर को सुबह 6 बजे अभिषेक, पूजा, विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ हवन पूजन, विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ हवन होगा।
15 नवंबर को निकलेगी यात्रा
धर्म प्रभावना समिति, सकल जैन समाज एवं महोत्सव आयोजक प्रदीप शास्त्री, अक्षय कासलीवाल एवं प्रकाश जैन ने बताया कि शुक्रवार 15 नवंबर को सुबह 6 बजे अभिषेक, वृहत शांतिधारा, पूजन का क्रम चलेगा एवं सुबह 7 बजे 108 श्रीजी की भव्य रथयात्रा शुरू होगी। रथयात्रा में रथ विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। यात्रा के दौरान निकलने वाली झांकियों को भी पुरस्कृत किया जाएगा, जिसमें पहला पुरस्कार 1,01,000, दूसरा पुरस्कार 71,000, तीसरा पुरस्कार 51,000 एवं सांत्वाना पुरस्कार स्वरूप 5 व्यक्तियों को 11,000 रुपए की नगद राशि भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। शोभायात्रा में बेस्ट महिला मंडल को 51,000, 31,000 एवं 21,000 हजार की राशि से पुरस्कृत करेंगे। यात्रा में भजन मंडली सहित समाज के महिला-पुरूष विशेष ड्रेस कोड़ परिधान पहन शामिल होंगे। शनिवार 16 नवंबर को गुणायतन एवं सेवायतन परिवार का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा एवं रविवार 17 नवंबर को भव्य पिच्छिका परिवर्तन महोत्सव के साथ ही इस आठ दिवसीय आयोजन का समापन होगा।
कार्यक्रम में मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड सहित अन्य राज्यों के भक्त शामिल होंगे। महोत्सव की अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी अध्यक्ष अशोक-रानी डोसी, महोत्सव अध्यक्ष नवीन-आनंद गोधा, महामंत्री हर्ष जैन, जैनेश झांझरी, पवन सिंघई को सौंपी गई है।
108 समवशरण मंडल बनेंगे 12 लोग बैठेंगे
विजय नगर बिजनेस पार्क स्थित ग्राउंड में महोत्सव को लेकर 7 से अधिक भव्य पंडाल बनाए गए हैं। मुख्य आयोजन 65 हजार स्के. फीट में बनाए गए भव्य वातानुकूलित पंडाल में होगा। जिसमें दोनों ओर 108 समवशरण मंडल बनाए जाएंगे जिसमें एक समवशरण मंडल में 12 लोग बैठ सकते हैं। पूरे 108 मंडल विधान में लगभग सवा 600 लोगों की बैठने की व्यवस्था रहेगी। वहीं पंडाल के मध्य भाग में इंद्र-इंद्राणीयों के बैठने की व्यवस्था की गई है। पंडाल में आने-जाने के लिए 3 से अधिक द्वार बनाए गए हैं।
4 भोजन शाला में होगी भोजन प्रसादी
आयोजन स्थल पर अलग-अलग पंडाल तैयार किए गए हैं। जिनमें सभी लोगों की व्यवस्था की गई है। महिला व पुरुषों के लिए भी अलग पंडाल का निर्माण करवाया गया है। वहीं 10 हजार जैन धर्मावलंबियों के लिए 4 भोजन शाला बनाई गई हैं। जिसमें इंद्र-इंद्राणियों की व्यवस्था अलग की गई है। आयोजन स्थल पर 55 स्के. फीट में भव्य पंडाल बनाया गया है जिसमें प्रदर्शनी लगाई जाएगी। संत निवास स्थान को भी संवारा सजाया जा रहा है, जिसमें मुनिश्री निवास करेंगे। महोत्सव की दिव्यता व भव्यता को देखते हुए 1000 कार्यकर्ताओं को इस आयोजन की कमान सौंपी गई है। पार्किंग व्यवस्था में दो पहिया व चार पहिया वाहनों की अलग व्यवस्था की गई है। चार पहिया वाहनों के लिए चुनिंदा स्थान नियुक्त किए गए हैं। दो पहिया वाहनों की पार्किंग आयोजन स्थल के आसपास की गई है। आयोजन स्थल पर 20 फायर सेफ्टी का भी इंतजाम किया गया है। एम्बुलेंस सेवा सहित इमरजेंसी की भी पूरी व्यवस्था रहेगी।
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