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सादुलशहर के विधायक गुरजंटसिंह बराड़।
भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री गुरजंटसिंह बराड़ का रविवार शाम उनके पैतृक गांव पांच एलएनपी में निधन हो गया। वे 90 साल के थे। बराड़ दो बार संगरिया और एक बार सादुलशहर विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे। अभी उनके पोते गुरवीर सिंह बराड़ सादुलशहर विधानसभा
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बहुमत का आंकड़ा पूरा करने के लिए बनाया मंत्री
बराड़ ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1977 में की। वे कृषि उपज मंडी समिति अध्यक्ष और सादुलशहर पंचायत समिति के प्रधान रहे। उन्होंने 1993 में पहली बार चुनाव जीता और निर्दलीय विधायक चुने गए। भाजपा बहुमत से कुछ दूरी पर थी। इस दौरान निर्दलीय विधायकों को महत्व मिला और गुरजंटसिंह बराड़ को मंत्री बनाया गया। इस दौरान हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय रामप्रताप कासनिया और टिब्बी से निर्दलीय विधायक शशि दत्ता भी मंत्री बनाई गई थीं। इस वर्ष राज्य में भैरोंसिंह शेखावत के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी थी। इस सरकार में बराड़ को सिंचाई मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। बराड़ ने इस दौरान प्रदेश के किसानों से जुड़े कई मुद्दे विधानसभा में उठाए।
इसके बाद वे वर्ष 2003 में संगरिया और वर्ष 2013 में सादुलशहर से भाजपा विधायक चुने गए। उन्हें भाजपा का सिख चेहरा माना जाता था। बराड़ परिवार के राजनीतिक महत्व को देखते हुए वर्ष 2018 और 2023 में भाजपा ने उनके पोते गुरवीरसिंह बराड़ को टिकट दी। गुरवीर बराड़ ने 2023 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की। गुरवीरसिंह बराड़ वर्तमान में सादुलशहर से भाजपा विधायक हैं।
कल होगा अंतिम संस्कार गुरजंटसिंह बराड़ का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव पांच एलएनपी में होगा। इससे पहले शव को उनके गांव पांच एलएनपी में उनके आवास पर दर्शनार्थ रखा गया है। बराड़ के निधन की सूचना मिलने के साथ उनके गांव पांच एलएनपी स्थित आवास पर समर्थकों और भाजपा कार्यकर्ताओं के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया।
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