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जीईएल क्राइस्ट चर्च में तीन दिवसीय पास्टर्स रिफ्रेशर्स कोर्स का समापन
मेन रोड स्थित जीईएल क्राइस्ट चर्च में तीन दिवसीय पास्टर्स रिफ्रेशर्स कोर्स का समापन गुरुवार को हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत आराधना से हुई। कलीसिया में महिला पादरी की दीक्षा की 25वीं वर्षगांठ 26 अक्टूबर 2025 को पूरा होने के उपलक्ष्य में ओपनिंग सेरेमनी का
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इस दौरान विशेष प्रार्थना की गई। मौके पर मॉडरेटर मार्शल केरकेट्टा ने सभी महिला पादरियों को शुभकामनाएं दी। समापन समारोह के दूसरे सत्र में एचआरडीसी, रांची के कार्यकारी निदेशक प्रवीण बागे ने कलीसिया के केंद्रीकरण पर अपने विचार रखे।
वर्ष 2000 में तीन महिलाओं ने पादरी के रूप में ली थी दीक्षा
कलीसिया में पहली बार 26 अक्टूबर 2000 में तीन महिला को पादरी के रूप में दीक्षा दी गई थी। इनमें पादरी मेरियन मिंज, पादरी आशीषन कंडुलना और पादरी इजाबेला बारला शामिल हैं। महिला संघ सचिव रेव्ह शशिरिता कंडुलना ने बताया कि वर्तमान में जीईएल चर्च में 45 महिला पादरी अपनी सेवा दे रही हैं। 50 कैंडिडेट पादरी है। साल 2000 से अब तक गोस्सनर थियोलॉजिकल कॉलेज से कुल 84 महिला प्रशिक्षण ले चुकी हैं। उन्होंने बताया कि जीईएल चर्च के पांचों डायसिस में 79 पारिश हैं। इनमें हेडक्वार्टर कांग्रीगेशन के 39 क्षेत्र में पुरुष पादरियों के अलावा महिला पादरी भी सेवकाई का काम कर रही है।
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