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अक्टूबर में भारत में असामान्य रूप से गर्मी महसूस की जा रही है। 69 फीसदी क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक है। पिछले सितंबर की तुलना में यह अधिक गर्म है, विशेषकर दिल्ली और पड़ोसी क्षेत्रों में।…
अभिषेक झा। देशभर में इस साल अक्तूबर में भी असामान्य रूप से गर्मी देखने को मिल रही है। यदि सितंबर में देश के कई हिस्सों में भारी बारिश नहीं होती तो गर्मी और ज्यादा हो सकती थी। हालांकि, पिछले करीब तीन दिनों में मौसम सामान्य हुआ है पर उत्तरी और मध्य भारत में लोगों को अब भी सामान्य से अधिक गर्मी महसूस हो सकती है।
1. रात में तपन का अहसास
मौसम विभाग के डाटा के अनुसार, इस अक्तूबर में अब तक (13 अक्टूबर तक) पूरे देश का औसत अधिकतम तापमान 31.77 डिग्री सेल्सियस रहा है। यह लगभग 1981-2010 के औसत के समान है, जिसे सामान्य माना जाता है। लेकिन इस अक्तूबर में औसत न्यूनतम तापमान 21.99 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो सामान्य से 1.06 डिग्री सेल्सियस अधिक है। इसका अर्थ यह है कि अक्तूबर की रातों में अधिक तपन महसूस की गई।
1-13 अक्तूबर के लिए भारत का औसत तापमान (डिग्री सेल्सियस में)
ब्लू कलर : 2024
ओरेंज कलर : 1981-2010
2. देश के 69 फीसदी हिस्से में सामान्य से अधिक तापमान
देश के 69 फीसदी हिस्से में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहा है। इसमें से 32 फीसदी हिस्से (केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश) में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा है। हालांकि, देश के औसत अधिकतम मौसम में इसकी भरपाई पूर्वोत्तर राज्यों गुजरात, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख ने कर दी, जहां तापमान सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा।
3. सितंबर की तुलना में अधिक गर्मी
बीते सितंबर के मुकाबले अधिक गर्मी महसूस करने की कुछ और भी वजहें हैं। दिल्ली और उसके पड़ोसी जिले इसका एक अच्छा उदाहरण हैं। इस क्षेत्र के लिए अक्तूबर अधिकतम तापमान के हिसाब से सामान्य से 0.08 डिग्री सेल्सियस ठंडा है, लेकिन सितंबर की तुलना में 1.62 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है। इसलिए, दिल्ली और आसपास के इलाकों में लोगों को अक्तूबर सामान्य से अधिक गर्म महसूस हो सकता है। क्योंकि अक्तूबर, सितंबर की तुलना में अधिक गर्म है, जबकि यहां के लोग सितंबर के बाद तापमान में कमी के आदी हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस साल सितंबर में औसत अधिकतम तापमान दिल्ली और पड़ोसी जिलों के लिए सामान्य से 1.74 डिग्री सेल्सियस कम था।
4. बारिश न होना भी वजह
सितंबर का सामान्य से अधिक ठंडा रहना अक्तूबर में गर्मी के अहसास को बढ़ाने की एक और वजह है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी में देरी हुई है। इसलिए उत्तर-पश्चिमी भारत, मध्य भारत, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना जैसे प्रायद्वीपीय भारत के बड़े हिस्सों में सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश हुई। इन क्षेत्रों में अक्तूबर, सितंबर से अधिक ठंडा तभी महसूस होगा जब अक्तूबर में यहां बारिश होती रहेगी। हालांकि, इस महीने में अब तक इन क्षेत्रों में या तो बारिश नहीं हुई है या बहुत कम बारिश हुई है। यही कारण है कि अक्तूबर में सामान्य से अधिक गर्मी महसूस की जा रही है।
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