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शहडोल के सोहागपुर जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत खन्नाथ के नौगांव में रहने वाले बैगा समाज के लोगों ने मंगलवार की सुबह से आमरण अनशन शुरू कर दिया है। यह अनशन ग्राम नौगांव के झुरही तालाब में जारी है।
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मंगलवार की दोपहर राजेंद्रा कॉलरी प्रबंधन प्रभावित लोगों से बात करने पहुंचा, लेकिन समझौता वार्ता विफल रही। पतेरा टोला में रहने वाले बैगा, गोंड, पटेल और यादव समुदाय के लोग पानी के बदले पानी और बिना जानकारी के जमीन खोखला करने के मामले में अड़े रहे। मौके पर खैरहा पुलिस भी सुरक्षा के लिए मौजूद रही।
5 महिला और 5 पुरुष अनशन पर
मंगलवार से शुरू आमरण अनशन में ग्राम नौगांव की फूला बैगा, रामकृपाल बैगा, नंदा बैगा, सुखमंती बैगा, फुल्लू बैगा, हीलावती बैगा जोशी प्रसाद पटेल, भोला प्रसाद पटेल, अर्जुन सिंह गोंड, बोड्डी बैगा आमरण अनशन पर बैठे हैं। किसानों ने बताया जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी अनशन जारी रहेगा।
5 महिला और 5 पुरुष आमरण अनशन पर बैठे हैं। इनके समर्थन में खन्नाथ और नौगांव के लोग शामिल हैं।
प्रबंधन ने पूछा- पंचायत ने क्या काम किया?
कॉलरी प्रबंधन की तरफ से चर्चा करने मौके पर प्रभारी सब एरिया मैनेजर खंपरिया, सर्वे ऑफिसर अंबुज द्विवेदी पहुंचे। किसानों ने पानी के बदले पानी की मांग की, जिस पर प्रबंधन के अधिकारियों ने उल्टा किसानों ने पूछ लिया कि आपकी इस समस्या पर ग्राम पंचायत ने क्या काम किया। जिसको लेकर किसानों में नाराजगी व्याप्त है।
कॉलरी प्रबंधन की ओर से आए अधिकारी अनशन स्थल पर आपस में ही उलझ गए। किसानों की विभिन्न मांग पर अधिकारियों के बीच ही विरोधाभास देखने को मिला। बिना बताए जमीन के नीचे से कोयला निकालने के मामले में सब एरिया मैनेजर ने स्वीकारा कि हमने कुछ कोयला निकाला है। जबकि सर्वे ऑफिसर ने कहा हमने कोयला नहीं निकला है। इसी प्रकार कई बातों में अधिकारी एक दूसरे की बात काटते रहे।
बैगा समुदाय की महिलाओं से बात करते समय अधिकारी कहने लगे कि पटेल का बोरवेल धंसक गया है तो आप लोग क्यों अनशन में बैठे हैं। तब बैगा महिलाओं ने जवाब दिया कि उन्हें भी पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
उनकी मांग पूछी है, निराकरण करेंगे- सब एरिया मैनेजर
प्रभारी सब एरिया मैनेजर राजेश खंपरिया ने बताया कि मौके पर जाकर हमने प्रभावित लोगों से उनकी मांग पूछी है। तालाब में पानी, पेयजल समस्या और बोरवेल धंसने की मांग रखी गई है। हम वरिष्ठ अधिकारियों को किसानों की मांग से अवगत कराएंगे। उसके बाद ही कुछ निर्णय हो सकेगा।
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