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डीडीसी काउंटरों पर रोगियों की लगी कतार।
हम काेराेना के अनेक रूप देख चुके हैं, जिसके हर बार के नए वेरिएंट के असर से लाेग परेशान रहे। इस बार डेंगू के साथ-साथ डेंगू लाइक इलनेस के मरीज भी निकल रहे हैं, यानि डेंगू जैसी बीमारी। इस बीमारी के हर रोज आरबीएम अस्पताल की मेडिकल ओपीडी में 25-30 मरीज पह
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आरबीएम अस्पताल में इन दिनों ओपीडी 2 हजार से अधिक है, जिसमें सबसे ज्यादा मेडिकल ओपीडी में भीड़ रहती है। जहां हर रोज लम्बी कतार लगती है। मरीज को पर्ची लेने से लेकर डॉक्टर को दिखाने और फिर डीडीसी काउंटर से दवा लेने में कम से कम 2 से 3 घंटे लगते हैं। इस बीच ब्लड की जांच का सैंपल देने और फिर उसकी रिपोर्ट लेने के चक्कर में तो ओपीडी का पूरा समय ही निकल जाता है।
इधर आरबीएम अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नगेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि बुखार के मरीजों की डेंगू सहित सभी प्रकार की जांच अस्पताल की जा रही है। कुछ मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी देखी जा रही है, फिर भी डेंगू की जांच पाॅजिटिव नहीं आ रही है। इसे डेंगू लाइक इलनेस के रूप में देखा जा रहा है, जो ज्यादा खतरनाक नहीं है। लक्षणों के आधार पर उपचार किया जा रहा है।
तेज बुखार और मांसपेसियों में दर्द की आ रही शिकायत: डॉ. भारद्वाज
“डेंगू लाइक इलनेस नई बीमारी के रोगी अस्पताल में आ रहे हैं, जो एक तरह से डेंगू जैसी है। इसमें तेज बुखार, प्लेटलेट्स 50 हजार से भी कम और जोड़ों व मांसपेशियों में सूजन तथा दर्द की शिकायत आ रही है। त्वचा पर लाल चकते, उल्टी व जी मिचलाना है। लक्षण होते हुए भी मरीज की डेंगू जांच नेगेटिव आ रही है। ऐसे रोगी के 3 बार पैरासीटामोल देने पर उसका असर कुछ देर ही रहता है। पहले 3-4 में मरीज ठीक हो जाते थे तथा अब 7 से 10 दिन का समय लग रहा है।” -डॉ. राजीव भारद्वाज, कनिष्ठ विशेषज्ञ मेडिसिन, आरबीएम अस्पताल
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