संजय चेतन
चोपन रेलवे रामलीला के आठवें दिन राम केवट संवाद में निषादराज गुह ने कहा कि हे प्रभु जबतक हम आपके पाव नही पखार लेते तबतक लकड़ी से बनी नाव पर नही बैठाउँगा। लकड़ी की नाव आपके स्पर्श से लड़की बन जाएगी तो हमारे परिवार का भरण पोषण कैसे होगा।
रामजी पाव पखरवा कर नदी पार हुए। लीला के क्रम में राम हनुमान संवाद जब हनुमान जी प्रभु श्रीराम एव लक्ष्मण जी को अपने कंधों पर बैठाकर कपि राज सुग्रीव के पास जाने लगे तब दर्शक दीघा में बैठे सभी श्रद्धालुओं ने जय श्री राम, जय हनुमान के नारों एव तालियो से पंडाल भक्तिमय बन गया । दर्शकों का आनन्द और बढ़ गया जब मनोज चौबे अपने कंधे पर बन्दर के बच्चे को बैठाकर आ गए तथा सागर पार से सिया का समाचार लाने वाले हनुमान जी का गीत सुनाया । सुग्रीव बाली युद्ध मे बाली की मौत, गिद्धराज जटायु उद्धार, सुरसा बध, हनुमान सीता संवाद , हनुमान जी द्वारा अशोक वाटिका विध्वंस के साथ लंका दहन से पूरा लंका नगरी जलकर खाक हो गया। इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष उस्मान अली, व्यपार मण्डल अध्यक्ष संजय जैन, बीजेपी मण्डल अध्यक्ष सुनील सिंह, राजा मिश्रा, हीरालाल वर्मा, पूर्व रामलीला अध्यक्ष राजन जायसवाल, रामलीला कार्यकारी अध्यक्ष सत्यप्रकाश तिवारी, श्यामनरायन दुबे, तीर्थराज शुक्ला, मनोज चौबे, विनीत शर्मा, राधारमण पाण्डेय, मंच संचालक संजय चेतन, मनोज सोलकी आदि लोग उपस्थित रहे।