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दिल्ली के बजट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने आरोप लगाया कि आप सरकार की वजह से 31 साल में पहली बार राजधानी दिल्ली का बजट घाटे में पहुंच गया है।
दिल्ली के बजट को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा ने आरोप लगाया कि आप सरकार की वजह से 31 साल में पहली बार राजधानी दिल्ली का बजट घाटे में पहुंच गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राजधानी में बगैर कोई नई योजना लाए वे बजट को घाटे में ले आए। वहीं, मुख्यमंत्री आतिशी ने पलटवार करते हुए भाजपा को चुनौती दी है। सूत्रों की मानें तो वित्त विभाग ने मुख्यमंत्री को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें बताया गया है कि दिल्ली सरकार का राजकोषीय घाटा बढ़ रहा है। सरकार ने इसे अधिकारियों की साजिश बताया है।
सचदेवा ने कहा कि 1994-95 से ही मदनलाल खुराना ने राजधानी में सरप्लस बजट दिया था। इसके बाद 2022-23 तक बजट सरप्लस रहा। आज हालत ये है कि दिल्ली की चालू योजनाओं के लिए भी सरकार के पास बजट नहीं है। 10 वर्ष की नीतियों के चलते राजधानी इस हालत में पहुंच गई है कि इतिहास में पहली बार घाटा हुआ।
भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली के बजट में 31 सालों में पहली बार 7000 करोड़ रुपए का घाटा होना ‘आप’ सरकार की विफलता का सबसे बड़ा प्रमाण है। माननीय मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री आतिशी जी ने बजट में इस राशि का प्रावधान तक नहीं किया, जिसका अर्थ है कि दिल्ली सरकार के पास न तो अस्पतालों की मरम्मत का पैसा है, न कर्मचारियों की सैलरी देने का। बजट पास करते वक्त अरविंद केजरीवाल जी ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन सच्चाई यह है कि ‘आप’ सरकार ने फिर से दिल्लीवासियों के साथ धोखा किया है।
आतिशी ने कहा- भाजपा अपने एक राज्य में बताए मुनाफा
इस पर पलटवार करते हुए सीएम आतिशी ने कहा कि भाजपा 22 राज्यों में सरकार चलाती है। वह एक राज्य का नाम बता दे कि जहां मुनाफे में अपनी सरकार चलाते है। दिल्ली सरकार के आंकड़े हम सामने रख देंगे। भाजपा किसी एक राज्य का सामने रख देंगे। मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि भाजपा एक राज्य भी मुनाफे वाली नहीं दिखा सकती है। भाजपा को चुनौती दे रही हूं। दिल्ली में हम मुनाफे की सरकार चला रहे है।
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