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झारखंड के हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में खाली ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने से मरीज कालीचरण यादव की मौत का मामला सामने आया है। इसे लेकर मृतक के भाई ग्वालाटोली बड़ा बाजार निवासी उमेश गोप ने सदर थाने में केस दर्ज कराया है।
अपनी प्राथमिकी में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इधर, अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर विनोद ने बताया कि यह इलाज के दौरान मौत का मामला है। इस संबंध में शिकायत मिली है। ऑर्थो विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
प्राथमिकी के अनुसार, 26 सितंबर को कालीचरण यादव को हुरुहुरु रोड स्थित दिलीप गोप के होटल के पास भैंस लदी पिकअप वाहन ने धक्का मार दिया था। उन्हें शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक्स-रे के बाद अस्पताल कर्मियों ने उनका दाहिना पैर टूटने की जानकारी दी। सीने में गंभीर चोट के कारण कालीचरण को ऑर्थो विभाग में एक-एक कर तीन ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए गए, पर सभी खाली निकले। इसी बीच जब कालीचरण शांत पड़ गए तो उनकी ईसीजी जांच की गई और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
यह भी जानिए: बरकट्ठा में हादसे में पत्नी की मौत,पति की हालत गंभीर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा के समीप जीटी रोड पर अज्ञात भारी वाहन की चपेट में बाइक पर सवार दंपति में पत्नी की मौत मौके पर ही हो गई। पति की स्थिति नाजुक बनी हुई है। यह हादसा सोमवार की शाम करीब साढ़े छह बजे का है। मृतका की शिनाख्त लीला देवी (30) पति सूरज बास्के ग्राम जवार पहाड़पुर, गोरहर के रूप में हुई है। वहीं मृतका के पति सूरज बास्के (35) की स्थिति नाजुक बनी हुई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक डॉ निशांत बेक ने प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर किया है। समाजसेवी सीके पांडेय ने चिकित्सा प्रभारी पदाधिकारी से बात कर घायल को एंबुलेंस से हजारीबाग भेज गया।
इसके अलावा लोगों के मुताबिक दोनों पति-पत्नी सप्ताहिक बाजार से अपने घर लौट रहे थे। इसी बीच सामुदायिक स्वास्थ्य के समीप अज्ञात वाहन की चपेट में आ गए। घटना के बाद ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क को जाम कर दिया है। घटनास्थल पर कोई प्रशासनिक पदाधिकारी नहीं पहुंचे हैं।
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