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झारखंड में 6 अक्टूबर तक राज्य के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने जा रहा है। हर दिन की तरह अगले एक सप्ताह तक दिन के पहले पहर में तेज धूप होगी और दोपहर दो बजे के बाद कहीं हल्के तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है।
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सोमवार को भी राजधानी रांची सहित राज्य के अलग-अलग जिलों में पहले धूप फिर तेज बारिश का नजारा देखने को मिला।
दोपहर बाद हुई बारिश के बाद शाम में फिर मौसम साफ हो गया। आज सुबह से ही धूप निकली हुई है। मौसम विभाग की ओर से भी कोई चेतावनी नहीं जारी की गई है।
24 घंटे में और कमजोर हुआ मानसून
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटे में राज्य में मानसून काफी कमजोर रहा। हल्के दर्जे की बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश 22 मिमी हुई। यह बारिश हजारीबाग में रिकॉर्ड की गई। बात अधिकतम तापमान की करें तो 35.6 डिग्री सेल्सियस सरायकेला का रिकॉर्ड किया गया। वहीं सबसे कम तापमान रांची का रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है।
आगे क्या- प. विक्षोभ से नवंबर के तीसरे हफ्ते से दस्तक देने लगेगी सर्दी
मानसून के देशभर से विदा होने की सामान्य तिथि 15 अक्टूबर है। अब अगले एक से डेढ़ महीने दिन और रात के तापमान में अंतर और बढ़ जाएगाा। नवंबर के तीसरे हफ्ते से दिन में भी तापमान कम होना शुरू होगा, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। दिसंबर में पहाड़ों पर बर्फबारी की शुरुआत से मैदानों में भी ठंड दस्तक देगी। नवंबर के आखिरी तक ला-नीना पैदा होने का अनुमान लगाया जा रहा है। ला-नीना में अक्सर ज्यादा ठंड रहती है।
राज्य में सबसे अधिक धनबाद, सबसे कम पाकुड़ में बरसा
झारखंड में 30 सितंबर तक 1011.6 मिमी बारिश हो चुकी है। सामान्य तौर पर 1022.9 मिमी बारिश दर्ज होनी चाहिए थी। राज्य में सबसे अधिक बारिश इस मानसून में धनबाद में 1417 मिमी हुई है। यह सामान्य से 31% अधिक है। गढ़वा में भी 1119.5 मिमी बारिश हो चुकी है। सामान्य से 23% अधिक, लेकिन तीन जिले पाकुड़ चतरा और देवघर में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। पाकुड़ में सबसे कम 646 मिमी बारिश ही दर्ज की गई है। यह 47 प्रतिशत कम है। वहीं चतरा में 681.1 मिमी और देवघर में 763.4 मिमी बारिश जो सामान्य से 24 प्रतिशत कम है।
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