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बरगी बांध के पास एक छोटे से गांव में रह रही 64 वर्षीय अमेरिका महिला का जब वीजा खत्म हो गया तो उसने एंबेसी से संपर्क किया जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार हरकत मे आई। निर्देश पर मध्यप्रदेश पुलिस ने ना सिर्फ अमेरिका महिला को सही सलामत उसके देश पहुंचाया
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चार दिनों के भीतर ये दूसरा केस है जब मध्यप्रदेश पुलिस ने अपने खर्चे से दो विदेशी नागरिक को सही सलामत उनके देश तक पहुंच गया है। इससे पहले एक नाइजीरियन नागरिक ब्राउनी की कोर्ट के निर्देश पर डेढ़ लाख रुपए खर्च करते हुए पुलिस ने नाइजीरिया उसके घर आमबा भिजवाया था। इतना ही नहीं ढाई माह तक सिविल लाइन थाना पुलिस ने उसकी खातिरदारी भी की थी।
अमेरिका एंबेसी के पास एमपी पुलिस ने छोड़ा अमेरिका महिला को।
अप्रैल 2024 में दो दोस्त के साथ आई थी बरगी
अमेरिका के न्यूजर्सी में रहने वाली 64 वर्षीय महिला वेनेजा आनंदा अप्रैल 2024 में अपने दो दोस्त के साथ हैदराबाद से होते हुए दिल्ली और फिर हरियाणा पहुंची, यहां रुकने के बाद उन्होंने कुछ दिन गुजारे और फिर अपने एक दोस्त धर्मवीर संगवान के साथ मध्यप्रदेश के जबलपुर आ गई। बरगी में वेनेजा ने एक किराए का मकान लेकर अपने साथी के साथ रुक गई। वहां रुकने का उद्देश्य उनका यह था कि लोगों को मेडिटेशन के साथ बीमारी खत्म किया जाए। बरगी आने के बाद विदेशी महिला ने अपने साथी के साथ पाटन, शहपुरा मे कैंप भी लगाया पर सक्सेस नहीं हुआ। यहां के लोगों ने इस पर रुझान नहीं लिया, जिसके बाद वेनेजा का साथी धर्मवीर संगवान वापस अपने घर हरियाणा चला गया और महिला अकेले ही बरगी में रुक गई। वेनेजा आनंदा जिस किराए के मकान को ली थी वह दीपक पटेल का थी, जब तक महिला के पास पैसे थे, तब तक तो ठीक था पर जब महिला ने पैसे देना बंद कर दिया तो मकान मालिक ने विवाद करना शुरू कर दिया, इस बीच 27 जुलाई 2024 को वेनेजा को वीजा समाप्त हो गया।
अमेरिकन महिला जब बरगी में रह रही थी, उस दौरान भी पुलिस उसकी खैर खबर लेती रही।
वेनेजा ने एंबेसी से किया संपर्क
बरगी नगर में किराए के एक मकान मे रह रही अमेरिका महिला का जब वीजा समाप्त हो गया को उन्होंने एंबेसी से संपर्क किया और बताया कि वह अब वापस अपने घर अमेरिका, न्यू जर्सी जाना चाहती है, पर उसके पास पैसे नहीं है। एंबेसी ने मध्यप्रदेश के डीजीपी सुधीर सक्सेना और जबलपुर एसपी आदित्य प्रताप सिंह से संपर्क किया। एसपी के निर्देश पर बरगी चौकी प्रभारी एसआई सरिता पटेल ने विदेशी महिला से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह टूरिस्ट वीजा पर सन 2019 में भारत आकर देश के विभिन्न स्थानों पर घूम-घूमकर भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्मिक जानकारी जुटाकर हीलिंग कैंप लगाती थी जो विगत करीब 1 वर्ष से बरगी कस्बे में किराए के मकान में रह रही थी। जुलाई 2024 में अमेरिका की महिला का वीजा एक्सपायर हो गया। इस बीच महिला के पैसे भी खत्म हो गए। तंगी के कारण वतन वापसी के लिए महिला ने अमेरिकी दूतावास से लगातार संपर्क कर रही थी।
गाड़ी में बैठे हुए अमेरिका महिला ने एसआई से की सेल्फी लेने की रिक्वेस्ट ।
जबलपुर एसपी ने की मदद
एंबेसी से मध्यप्रदेश पुलिस और फिर जबलपुर एसपी के पास फोन पहुंचा और विदेशी महिला को उसके देश की बॉर्डर तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए। एसपी ने विदेशी महिला को अमेरिका दूतावास तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी एसआई सरिता पटेल को। वेनेजा आनंदा को सड़क मार्ग से एसआई सरिता पटेल अपनी टीम के सदस्य मयंक और विपुल के साथ लेकर सोमवार की शाम को दिल्ली स्थित अमेरिका दूतावास पहुंचे, जहां सही सलामत वेनेजा आनंदा को छोड़ा। बताया जा रहा है कि विदेशी महिला को उसके घर तक पहुंचाने के लिए करीब एक लाख रुपए मध्यप्रदेश पुलिस ने खर्च किए है। न्यूजर्सी निवासी महिला वेनेजा आनंदा अप्रैल 2024 में स्वर सिद्धा कोर्स के लिए अमेरिका से दिल्ली होते हुए जबलपुर आई थी, जहां उसे बरगी इतना अच्छा लगा कि वह अकेले ही यहां पर रुक गई। आनंदा बरगी एक किराए के मकान में रहकर संस्कृत भाषा में काम कर रही थी।
एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि न्यू जर्सी यूनाइटेड स्टेट अमेरिका निवासी 64 साल की महिला वेनेजा आनंदा टूरिस्ट वीजा पर सन 2019 में भारत आकर भारत में विभिन्न स्थानों पर घूम-घूम कर भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्मिक जानकारी जुटाकर हीलिंग कैंप लगाती थी। विगत 1 वर्ष से बरगी कस्बे में किराए के मकान में रह रही थी, जिनका जुलाई 2024 में वीजा एक्सपायर हो गया था, आर्थिक तंगी के कारण वतन वापसी हेतु सक्षम न होने से अमेरिकन दूतावास से लगातार संपर्क कर रही थी। जानकारी लगने पर वतन वापसी की व्यवस्था कराने हेतु निर्देशित किये जाने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोनाली दुबे, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुनील नेमा , उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय भगत सिंह गोठरिया के द्वारा सभी आवश्यक कार्रवाही की गई, प्राथमिकता के आधार पर करते हुये वेनेजा आनंदा का एक्जिट परमिट बनवा कर फ्लाइट की टिकट करवाया गया चौकी प्रभारी बरगी नगर उप निरीक्षक सरिता पटेल, आरक्षक विपुल एवं मयंक के साथ वेनेजा आनंदा को न्यू दिल्ली एयरपोर्ट से न्यू जर्सी उसके देश रवाना किया गया।
दो दिन पहले डेढ़ लाख रुपए खर्च करते हुए नाइजिरियन युवक को पहुंचाया था उसके घर।
दो दिन पहले नाइजीरियन को पहुंचाया था उसके घर
जबलपुर पुलिस ने जिस नाइजीरियन जॉन अनुबिरी उर्फ ब्राउनी (43) की ढाई महीने तक खातिरदारी की, उसे 21 सितंबर को स्वदेश भेज दिया गया। एमपी पुलिस उसे दिल्ली स्थित नाइजीरियाई दूतावास छोड़ आई। फ्लाइट से उसे रवाना भी कर दिया गया है। इसमें गृह विभाग के डेढ़ लाख खर्च हुए।साल 2018 में स्टेट साइबर सेल ने ब्राउनी को उसके तीन भारतीय साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। मामला मैट्रिमोनियल साइट शादी डॉट कॉम के जरिए जबलपुर की एक महिला से फ्रॉड का था। 6 साल तक जबलपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में केस चला। जुलाई में कोर्ट ने उसे बरी कर दिया। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि साइबर सेल के पास ब्राउनी के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं हैं। इस अपराध में उसे जितनी सजा मिलनी थी, जेल में रहकर उसने काट ली है। रिहा होने के बाद पुलिस के सामने उसे नाइजीरिया भेजने की समस्या आ गई। इसके बाद न चाहते हुए भी वह पुलिस का मेहमान बन गया।
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