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साइबर ठगों ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर के फोन को हैक कर ठगी की। उसे गेमिंग ऐप डेवलप करने के बहाने उदयपुर बुलाया। इसके बाद ऑनलाइन इंटरव्यू के नाम पर एक ऐप डाउनलोड करवाई जिसके जरिए उसके खाते को साइबर ठगी के 2 करोड़ रुपयों का ट्रांजैक्शन कर लिया। मामला अजमेर
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गेमिंग सॉफ्टवेयर बनाने का झांसा दिया साइबर थाने के मनीष चारण ने बताया- कोर्ट के जरिए इस्तगासा पेश किया गया है। अभिषेक (28) सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसके साथ 3 लोगों ने नौकरी के नाम पर ठगी की। पीड़ित युवक ने उदयपुर के रहने वाले अजयराज, भूपेश गोराणा और संदीप नाम के आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दी है।
रिपोर्ट में बताया कि उसे गेमिंग सॉफ्टवेयर डेवलप करने के लिए 26 फरवरी को उदयपुर अपने खर्च पर बुलाया था। इसके बाद तीनों आरोपी ने उसे ड्रीम 11 की वेबसाइट दिखा कर झांसे में लिया। उसे बताया कि ये लोग एक नयी गेमिंग ऐप ला रहे हैं। इस गेमिंग ऐप के लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर की आवश्यकता है। उसे 2 लाख की सैलरी का भी ऑफर दिया।
जबरन ऐप डाउनलोड करवाई रिपोर्ट में बताया कि इस दौरान आरोपियों ने ऑनलाइन इंटरव्यू के लिए अभिषेक के फोन में एक ऐप डाउनलोड करवाई। इसके बाद OTP पूछा और फोन का एक्सेस ले लिया। इसके बाद उसे कहा- 2 घंटे तक फोन को छेड़ना मत, सॉफ्टवेयर की कार्रवाई चल रही है। छेड़ा तो काम बीच में ही अटक जाएगा।
इसके बाद आरोपियों ने बोला- यहां से जल्दी निकलना पड़ेगा पुलिस की रेड पड़ने वाली है। ऐसे में जल्दबाजी में आरोपी संदीप ने उससे 4 चेक यह कहकर ले लिए कि जॉब के लिए आगे काम आएंगे। यह हमारे पास सिक्योरिटी के लिए रखे हैं, तुम निश्चिंत रहो। अब यहां से अजमेर चले जाओ, जल्दी ही वर्क आर्डर दिया जाएगा।
बैलेंस चेक किया तो 2 करोड़ का लेन देन मिला रिपोर्ट में बताया कि तीसरे दिन 28 फरवरी को अभिषेक ने अजमेर आकर तीनों आरोपियों से संपर्क करना चाहा तो फोन बंद मिला। इसके बाद अपना बैलेंस चेक करने के लिए जैसे ही अकाउंट चेक किया तो इसमें 2 करोड़ का ट्रांजेक्शन मिला। इसके बाद अभिषेक को मालूम चला कि उसके अकाउंट से साइबर ठगी के रुपयों का लेन-देन किया गया है।
इसके बाद उसने कार्रवाई के लिए मार्च माह में साइबर थाने और तत्कालीन एसपी ऑफिस में शिकायत दी थी। कोई कार्रवाई नहीं होने पर कोर्ट की शरण ली।
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