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सीबीआई ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का आरोप जोड़ा। वह वित्तीय अनियमितता मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। इसके साथ ही, एक पुलिसकर्मी को भी गिरफ्तार किया…
शब्द : 459 – सीबीआई ने पूर्व प्राचार्य के खिलाफ दुष्कर्म-हत्या का आरोप भी जोड़ा
– जांच एजेंसी ने मामले में एक पुलिसकर्मी को भी गिरफ्तार किया
कोलकाता, एजेंसी
सीबीआई ने शनिवार को आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष के खिलाफ दुष्कर्म और हत्या का आरोप भी जोड़ा। घोष फिलहाल अस्पताल में वित्तीय अनियमितता मामले में 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में हैं। डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में जांच एजेंसी ने एक पुलिसकर्मी को भी गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर, आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच गतिरोध हल करने के लिए प्रस्तावित वार्ता चौथी बार भी नहीं हो सकी। डॉक्टरों ने कहा, उन्होंने हमें देरी का हवाला देकर वापस भेज दिया।
मुख्यमंत्री ममता ने उनके आवास पर बातचीत के लिए पहुंचे आंदोलनकारी चिकित्सकों से बैठक में शामिल होने की अपील की। ममता ने चिकित्सकों से अंदर आने और बारिश में न भीगने की अपील करते हुए कहा, मैं आप सभी से अंदर आने और बैठक में हिस्सा लेने का अनुरोध करती हूं। चूंकि मामला अदालत में है, इसलिए हम बैठक के सीधे प्रसारण की अनुमति नहीं दे सकते। बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी और उच्चतम न्यायालय की अनुमति के बाद ही आपको इसकी एक प्रति उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, आज आपने कहा कि आप मिलना चाहते हैं, इसलिए मैं इंतजार कर रही हूं। आप लोग मेरा इस तरह अपमान क्यों कर रहे हैं? कृपया मेरा इस तरह अपमान न करें। इससे पहले तीन मौकों पर मैं इंतजार करती रही, लेकिन आप लोग नहीं आए।
डॉक्टर बोले- हमें वापस जाने के लिए कहा गया :
मुख्यमंत्री आवास पहुंचे आंदोलनरत डॉक्टरों में से एक डॉक्टर ने बताया कि हमें बैठक से वापस जाने के लिए कहा गया। जब हम यहां आए थे तो हमने बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग या लाइव-स्ट्रीमिंग की मांग की लेकिन हमें अनुमति नहीं दी गई। तभी मुख्यमंत्री बाहर आईं और हमसे बातचीत में शामिल होने की अपील की और वादा किया कि हमें बैठक का ब्योरा मिलेगा। हमने आपस में चर्चा की और लाइव-स्ट्रीमिंग या वीडियो रिकॉर्डिंग के बिना बैठक में शामिल होने पर सहमति व्यक्त की। डॉक्टर ने कहा, जब हमने यह बात स्वास्थ्य राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य को बताई, तो हमें वापस जाने के लिए कहा क्योंकि बहुत देर हो चुकी थी और वे तीन घंटे से हमारा इंतजार कर रहे थे। एक अन्य डॉक्टर ने कहा कि यह घटना राज्य सरकार के असली इरादों को दर्शाती है। इससे पता चलता है कि बातचीत को लेकर कौन गंभीर नहीं है।
जूनियर डॉक्टरों द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में भट्टाचार्य उन्हें वहां से जाने के लिए कह रहे हैं। उन्हें यह कहते हुए सुना गया, हम तीन घंटे से इंतजार कर रहे हैं लेकिन आप लोग अंदर नहीं आए। अब बहुत देर हो चुकी है।
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