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मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में शनिवार को एक मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए। गनीमत यह रही कि हादसे में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ और ना ही किसी प्रकार की जनहानि हुई। यह मालगाड़ी कोयला लेकर जा रही थी तभी अचानक उसके आठ डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए। घटना की जानकारी लगते ही रेल विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया और मौके पर रेल प्रबंधन के अलावा स्थानीय जिला प्रशासन के अधिकारी भी पहुंच गए|
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह हादसा शनिवार शाम लगभग चार बजे हुआ, जब बुढ़ार साइडिंग से कोयला लोड करने के बाद मालगाड़ी बुढ़ार की ओर जा रही थी। इस दौरान जैसे ही मालगाड़ी आगे बढ़ी, कुछ दूर बाद ही एक-एक करके आठ डिब्बे पटरी से नीचे उतर गए। जब गाड़ी आगे न बढ़ी तो ट्रेन चालक को हादसे का अहसास हुआ।
बता दें कि रेल साइडिंग से रोजाना कई मालगाड़ियों में कोयला लोड कर रवाना किया जाता है। लेकिन कई साल पुरानी इन रेल पटरियों की खस्ताहाल स्थिति की ओर न तो रेल प्रबंधन के जिम्मेदारों का ध्यान गया और न ही वहां मौजूद कालरी का। यदि ऐसे में किसी प्रकार की जनहानि हो जाती तो इसका जिम्मेदार कौन होता। साइडिंग से मालगाड़ी निकलने के बाद जिस स्थान पर कांटा किया जाता है वहां की रेल पटरियों की हालत भी खस्ताहाल स्थिति में है। पटरियों के नीचे लगे स्लीपर के पास की गिट्टी व मिट्टी का कटाव हो चुका है। लेकिन इसमें सुधार करने की जरूरत नहीं समझी जा रही है।
गनीमत यह रही कि सिर्फ आठ डिब्बे ही पटरी से नीचे उतरे और किसी भी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन अगर इसी तरह की लापरवाही चलती रही तो मध्य प्रदेश में आगे भी इस तरह के हादसों की आशंका बनी रहेगी।
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