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दिगंबर जैन समाज का आत्म शुद्धि का महत्वपूर्ण पर्व पर्युषण आज से प्रारंभ हो गया है। यह पर्व 8 से 17 सितंबर तक चलेगा और इस दौरान शहर के जैन मंदिरों में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और विशेष व्याख्यान आयोजित किए जाएंगे।
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पर्युषण पर्व की शुरुआत क्षमा धर्म की आराधना के साथ की गई है, जिसमें श्रद्धालुओं ने तप, त्याग और संयम की साधना की है। इस बार पर्व की तैयारी में समाज के विभिन्न सामाजिक और महिला संगठनों ने विशेष आकर्षण के साथ विद्युत सजावट की है और मंदिर समितियों ने इस पर्व की भव्यता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी की है।
प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि भोपाल में विराजमान मुनि संघ के सानिध्य में श्रद्धा, तप, त्याग और संयम की साधना की जाएगी। इस दौरान 10 धर्मों पर संतो के विशेष आशीर्वचन भी प्रतिदिन होंगे।
मंदिरों में समाज जनों ने की विशेष तैयारी।
प्रमुख मंदिरों में विशेष अनुष्ठान और प्रवचन
- नंदीश्वर जिनालय: आचार्य विनम्र सागर महाराज के सानिध्य में विशेष अनुष्ठान होंगे।
- अशोका गार्डन जैन मंदिर: मुनि विश्व सूर्य सागर महाराज द्वारा विशेष प्रवचन आयोजित किए जाएंगे।
- शाहपुरा जैन मंदिर: मुनि सुदत और मुनि भुदत्त सागर महाराज के सानिध्य में धार्मिक कार्यक्रम होंगे।
- चौक जैन मंदिर: आर्यिका गुरुमति और आर्यिका गणपति माता के सानिध्य में अर्चना की जाएगी।
- शंकराचार्य नगर जैन मंदिर: आर्यिका विमल श्री माताजी ससंघ के सानिध्य में शिक्षण शिविर का आयोजन होगा।
- मंगलवारा जैन मंदिर: आर्यिका सकल मति और आर्यका समुन्नत माताजी के सानिध्य में विशेष अनुष्ठान होंगे।
- सोनागिरी जिनालय: पावनमती और तथ्यमती माताजी के सानिध्य में अनुष्ठान होंगे।
- अयोध्या नगर जैन मंदिर: आर्यिका अकलंक मति और आर्यिका सिद्ध मति माताजी के सानिध्य में आराधना की जाएगी।
कस्तूरबा नगर जैन मंदिर समिति के अध्यक्ष सुनील जैनाविन ने बताया कि इस पर्व के दौरान 10 धर्मों की आराधना के साथ-साथ पंडित महेंद्र गुवारा द्वारा विशेष प्रवचन भी आयोजित किए जाएंगे, जो जैन धर्म के मूल तत्वों को समझने में सहायक होंगे।
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