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– हवाईअड्डे पर पीयूष गोयल ने गर्मजोशी से किया गया स्वागत – द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे
नई दिल्ली, एजेंसी। अबू धाबी के वली अहद (युवराज) शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा के तहत रविवार को नई दिल्ली पहुंचे। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हवाई अड्डे पर अबू धाबू के क्राउन प्रिंस की अगवानी की, जिसके बाद उनका औपचारिक स्वागत किया गया। क्राउन प्रिंस सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे।
क्राउन प्रिंस के रूप में अल नाहयान का यह पहला आधिकारिक भारत दौरा है। क्राउन प्रिंस अपने दो दिवसीय भारत यात्रा के दौरान पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच ऊर्जा और संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।
नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खुलेंगे
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ‘एक्स पर जारी पोस्ट में कहा, ऐतिहासिक संबंधों में एक नया मील का पत्थर। शेख खालिद बिन जायद अल नाहयान भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर दिल्ली पहुंचे। उन्होंने कहा, क्राउन प्रिंस अल नाहयान के साथ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि अल नाहयान की यात्रा से भारत और यूएई के बीच संबंध और मजबूत होंगे। साथ ही नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खुलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस अल नाहयान सोमवार को वार्ता करेंगे। अगस्त 2015 में मोदी की यूएई की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया है।
मुंबई के बिजनेस फोरम में होंगे शामिल
अल नाहयान अपनी यात्रा के दिल्ली चरण के समापन के बाद एक व्यापार मंच में भाग लेने के लिए मुंबई जाएंगे। दोनों देशों के शीर्ष व्यापार नेता मंगलवार को होने वाले इस बैठक में हिस्सा लेंगे। दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार के लिए भारतीय रुपये और दिरहम (यूएई की मुद्रा) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) और जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान (एलसीएस) प्रणाली पर हस्ताक्षर किए हैं।
शीर्ष व्यापारिक साझेदार देश
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में लगभग 85 अरब अमेरिकी अमरीकी डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार के साथ दोनों देश एक-दूसरे के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से हैं। 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भी यूएई, भारत में शीर्ष चार निवेशकों में शामिल है। मालूम हो कि यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं। पिछले साल भारत की अध्यक्षता में हुए जी20 शिखर सम्मेलन में यूएई को बतौर विशेष आमंत्रित देश न्योता दिया गया था।
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