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राजधानी दिल्ली में जाम की समस्या को कम करने के लिए बाजारों में एक अनोखा प्रयास किया जा रहा है। पार्किंग में खड़ी होने वाली गाड़ियों को आने वाले समय में सीधा नहीं बल्कि तिरछा खड़ा किया जाएगा। इससे न केवल गाड़ी को खड़ी करना बल्कि उसे बाहर निकालना भी आसान होगा और उस दौरान जाम भी नहीं लगेगा।
पिछले महीने उपराज्यपाल निवास में हुई बैठक के दौरान सामने आए इस सुझाव को दक्षिणी दिल्ली के दो बाजारों में सबसे पहले ट्रायल के तौर पर जल्द शुरू किया जाएगा। इस तरह की पार्किंग पुणे, वास्को डी गामा और गुवाहाटी में पहले इस्तेमाल में लाई जा रही हैं। उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में ट्रैफिक समस्या को लेकर बैठक हुई थी। इसमें एलजी की तरफ से सुझाव दिया गया कि अगर बाजारों में होने वाली पार्किंग में मामूली बदलाव किया जाए तो उससे वहां जाम की समस्या कम हो सकती है। इसके लिए केवल पार्किंग में खड़ी होने वाली गाड़ियों को सीधा नहीं बल्कि तिरछा पार्क करना होगा। ऐसा देखने में आता है कि गाड़ी को सीधा पार्क करने में काफी समय लगता है। इसी तरह गाड़ी को पार्किंग से बाहर निकालने में भी समय लगता है। इस वजह से उस समय आसपास से निकल रही गाड़ियां भी जाम में फंसती हैं।
अगर गाड़ी को तिरछा (45 से 60 डिग्री के एंगल पर) खड़ा किया जाएगा तो वह आसानी से पार्क हो सकेंगी और इसी तरह बिना जाम में फंसे आसानी से बाहर निकल सकेंगी। इस दौरान आसपास से निकलने वाली गाड़ियां भी प्रभावित नहीं होंगी। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, मल्टीलेवल एवं अंडरग्राउंड पार्किंग में जगह की कमी होती है। ऐसे में उन जगहों पर गाड़ियों को सीधा पार्क करना सुविधाजनक है, लेकिन बाजारों एवं सड़क पर मौजूद अन्य पार्किंगों में ऐसी पार्किंग जाम का कारण बनती है। इसलिए केवल इन्हीं पार्किंग में यह बदलाव करने की आवश्यकता है। यूसुफ सराय मार्केट एवं हौज खास ई-ब्लॉक मार्केट में इसे लेकर सबसे पहले ट्रायल की तैयारियां चल रही हैं।
ये है सीधी पार्किंग
● वाहन बिल्कुल सीधे खड़े किए जाते हैं
● जब भी कोई वाहन खड़ा किया जाता है या पार्किंग स्थल से बाहर निकाला जाता है तो वह सड़क के मुख्य कैरिजवे पर जगह घेरता है, जिससे यातायात बाधित होता है।
● ड्राइवर को अधिक विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है और वाहन खड़ा करने में अधिक समय लगता है।
तिरछी पार्किंग
● वाहन तिरछे खड़े किए जाते हैं। आमतौर पर 45-60 डिग्री घुमाव के साथ।
● ड्राइवरों के लिए यातायात को बाधित किए बिना पार्किंग स्लॉट से अपने वाहन पार्क करना या निकालना आसान होता है।
● वाहनों को खड़ा करने में लगने वाला समय कम हो जाता है।
● सीधी पार्किंग की तुलना में इसमें 10-12 फीसदी स्थान ज्यादा इस्तेमाल होता है।
ट्रायल की तैयारी शुरू
ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नए ढंग से पार्किंग को लेकर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम एवं एनडीएमसी को निर्देश जारी किए गए हैं। इसे लागू करने से पहले दक्षिण दिल्ली के दो बाजारों में ट्रायल किया जाएगा।
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