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Hathras accident
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जिन्हें गोद में खिलाया उन्हीं मासूमों के शव खून से लथपथ थे। कंपकंपाते हाथों से कभी चेहरे से कफन हटाते तो कभी चेहरा देखकर माथा चूमते। फिर शव को छाती से लिपटाकर अचानक अनीश दहाड़े मारकर रो पड़े। ढांढस बंधाने पर बोले, मैं कैसे सब्र करूं, मेरा सब कुछ तो लुट गया। वह बार-बार यही कह रहे थे कि हाय अल्लाह, तुझे इन बच्चों पर भी रहम न आया।
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