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भारतीय रेलवे इन दिनों केवल कमाई पर पूरा ध्यान लगाए हुए है। हालत तो यह है कि चक्रधरपुर रेल डिवीजन में माल-ढुलाई लगातार बढ़ने से पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित होने लगा है। चक्रधरपुर रेल डिवीजन में टाटानगर के आगे आसनबनी से झारसुगुड़ा के बीच ट्र
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इसकी बानगी शुक्रवार को देखने को मिली जब गोविंदपुर हाल्ट पर झाड़ग्राम-पुरुलिया पैसेंजर को रोककर मालगाड़ी को पास देने पर यात्री भड़क गए। यात्रियों ने करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा किया और हावड़ा-मुंबई मार्ग पर परिचालन बाधित रखा। चक्रधरपुर रेल डिवीजन में यात्रियों के प्रदर्शन की यह घटना पहली बार नहीं हुई है। 4 महीने पहले टाटा-चक्रधरपुर पैसेंजर के यात्रियों ने गम्हरिया के पास ट्रेन को रोककर हंगामा किया था। उनका कहना था- यात्री ट्रेनों को रोक मालगाड़ियों को पास दिया जा रहा है, जबकि पैसेंजर ट्रेन में कामकाजी लोग सफर करते हैं।
जीएम के आदेश पर भी सुधार नहीं
दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के जीएम एके मिश्रा के पिछले दौरे के दौरान यह मामला स्थानीय लोगों ने उठाया था। जीएम ने कहा था- यात्री ट्रेन रेलवे की प्राथमिकता है। वे इस मामले को देखेंगे। इसके बाद भी ऑपरेटिंग विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार नहीं दिख रहा है।
टाटानगर से सटे गोविंदपुर रेलवे हॉल्ट पर शुक्रवार सुबह झाड़ग्राम-पुरुलिया मेमू के यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। सुबह करीब 7.45 से 9.10 तक यात्रियों ने प्रदर्शन किया। इस कारण हावड़ा-मुंबई मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहा। दुरंतो एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस और झाड़ग्राम-धनबाद पैसेंजर स्पेशल समेत अन्य ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों पर खड़ी रहीं। यात्रियों का कहना था- अक्सर पैसेंजर ट्रेन को रोककर मालगाड़ी को पास दिया जाता है। इससे ट्रेन लेट हो जाती है और उनकी ड्यूटी लेट हो जाती है। गोविंदपुर हॉल्ट पर ट्रेन रोकने के मामले में टाटानगर आरपीएफ ने 200 अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। वीडियो-फोटो से लोगों की पहचान होगी।
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