[ad_1]
दोमुहानी पुल के आगे डोबो से कांदरबेड़ा चौक तक 7.9 किमी सड़क पर करीब 6 किमी का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है। यह स्थिति तब बनी है, जब पथ निर्माण विभाग इस टू-लेन सड़क को फोरलेन में परिवर्तित करने के लिए 103 करोड़ रुपए 4 महीने पहले ही आवंटित क
.
इस सड़क से रोजाना करीब 5 हजार भारी वाहन और 5 हजार से अधिक दोपहिया व चारपहिया गुजरते हैं। दोमुहानी पुल से करीब 1.5 किलोमीटर आगे तक सड़क ठीक है। इसके बाद कांदरबेड़ा तक सिर्फ गड्ढे ही गड्ढे हैं। 22 अगस्त को पथ निर्माण विभाग ने गड्ढों में सीमेंट-गिट्टी-बालू का मिश्रण डलवाया था। पर बारिश के कारण दो दिन में मिश्रण बह गया। कल्वर्ट पर लगाए गए सरिया (छड़) बाहर निकल आने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
फाइनेंशियल बीड अभी तक फाइनल नहीं
डोबो-कांदरबेड़ा फोरलेन निर्माण के टेंडर से संबंधित फाइल पथ निर्माण विभाग के सरायकेला प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता गणेश हेंब्रम ने अभियंता प्रमुख कार्यालय को दो माह पहले ही भेज दी थी। करीब 12 दिन पहले संजय कुजूर अभियंता प्रमुख पद पर पदस्थापित हुए, लेकिन उनके पास इस सड़क की फाइल देखने की फुर्सत नहीं है। इस कारण सड़क का फाइनेंशियल बीड फाइनल नहीं हो सका है।
बीड फाइनल होने के बाद ही संवेदक व विभाग के बीच एग्रीमेंट और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं। इन औपचारिकताओं को पूरा करने में एक माह का समय लगेगा। पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं के अनुसार, दोमुहानी -कांदरबेड़ा सड़क ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरती है। इस क्षेत्र के मुखिया-पंचायत समिति सदस्य चाहे तो इस सड़क की तत्काल मरम्मत संभव हो सकती है। 15वें वित्त आयोग की ओर से पंचायती क्षेत्र के विकास के लिए राशि का आवंटन होता है। इस राशि का उपयोग मुखिया-पंसस सड़क मरम्मत में कर सकते हैं।
अभियंता प्रमुख कार्यालय में फाइनेंशियल बीड को फाइनल किया जाना है। फाइनेंशियल बीड खुलने के बाद ही एल-1 ठेकेदार को काम आवंटित किया जाएगा। इसके बाद सड़क का निर्माण शुरू होगा। ठेका फाइनल हो जाएगा तो उसी ठेकेदार से मरम्मत कराई जाएगी। -अशोक रजक, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग सरायकेला -खरसावां प्रमंडल
[ad_2]
Source link