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मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वरधाम में ‘खूबसूरत बंदर’ के आतंक का मामला सामने आया है। यहां इस बंदर ने उड़ीसा से आए 4 साल के बच्चे आदित्य कुमार पर हमला कर उसे घायल कर दिया है। इस घटना के बाद जब मां और बच्चे से हाल जानने की कोशिश की गई तो वह बच्चे का हाल बताने के बजाय बंदर की खूबसूरती की चर्चा करने लगी। महिला बंदर की सुंदरता पर मोहित हो गई थी। दरअसल 4 साल का आदित्य अपनी माँ सुष्मिता के साथ बागेश्वरधाम दर्शन करने आया था, जिस पर वहां घूम रहे बंदर ने हमला कर दिया और झपट्टा मारकर उसके हाथ पर काट लिया। घायल बच्चे को एम्बुलेंस से अस्पताल लाया गया है।
‘मैनें आज तक नहीं देखा ऐसा बंदर’
बंदर के सुंदरता और खूबसूरती की बात हम नहीं बल्कि बच्चे की मां कर रही है। वह ख़ुश होकर और मुस्कुराते हुए बताती है कि इतना सुंदर और खूबसूरत बंदर उसने आज तक अपने जीवन में नहीं देखा। महिला ने कहा मेरे बच्चे को काटने वाला बंदर इतना खूबसूरत था कि देखते ही बन रहा था। वह बहुत गोरा-चिट्टा बिल्कुल सफेद, बेदाग किसी विदेशी की तरह लग रहा था।
बंदर की खूबसूरती के आगे बच्चे का दर्द भूल गई मां
महिला सुष्मिता के बताने के तरीके और फेस एक्सप्रेशन और प्रजेंटेशन से ऐसा लग रहा था कि बंदर की सुंदरता पर इतनी फिदा हुई कि उसकी खूबसूरती के आगे वह अपने बच्चे पर हुए हमले को भूल सी गई। महिला इस हादसे से उतनी दुःखी और परेशान नहीं थी जितना कि होना चाहिए था। घटना के बाद ऐसा लगा जैसे वह बंदर की खूबसूरती पर महिला मोहित हो गई हो, और अपने बच्चे पर आई परेशानी को भूल गई हो।
इस घटना के बाद महिला ने जिला अस्पातल में रेबीज का इंजेक्शन ना होने का आरोपी भी लगाया है। महिला का आरोप है कि उसे अपने बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में रेबीज के इंजेक्शन नहीं मिले और उन्हें ₹500 खर्च करके बाजार से इंजेक्शन और दवाएं लानी पड़ी। महिला का आरोप है कि जब जिला मुख्यालय के जिला अस्पताल का यह हाल है, तो दूरस्थ अंचलों का क्या हाल होगा।
इनपुट: जयप्रकाश
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