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आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक के सिग्नल फ्री कॉरिडोर (फ्लाईओवर) पर सफर का इंतजार खत्म होने वाला है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने इस कॉरिडोर पर यातायात का ट्रायल शुरू कर दिया है। प्रतिदिन कुछ घंटों के लिए इस पर ट्रैफिक की आवाजाही के लिए खोला जा रहा है। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर इसे खोलने का लक्ष्य अक्तूबर 2024 तक का रखा गया है, क्योंकि फ्लाईओवर के बीच में मौजूद पेड़ों की कटाई की मंजूरी अब तक नहीं मिली है। इस योजना के लिए कुल 113 पेड़ों की कटाई की मंजूरी चाहिए।
आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच बने इस 1.4 किलोमीटर लंबे छह लेन के सिग्नल फ्री कॉरिडोर के निर्माण की शुरुआत सितंबर 2022 में हुई थी। उस समय दिसंबर 2023 की डेडलाइन तय की गई थी। योजना की अलग-अलग कारणों से तीन बार डेडलाइन बढ़ाई जा चुकी है। अधिकारिक सूत्रों की मानें तो निर्माण का काम अपने समय पर चल रहा था, लेकिन पेड़ काटने की मंजूरी नहीं मिलने के कारण इसकी समय सीमा बढ़ाई जा रही है। इसके अलावा प्रदूषण के चलते निर्माण कार्य पर लग रही पाबंदियों के चलते भी काम प्रभावित हुआ था। अधिकारियों के मुताबिक, योजना के सिविल वर्क खत्म हो चुका है। लाइट, पेटिंग समेत अन्य काम चल रहे हैं। इसलिए ट्रायल के लिए अभी कुछ घंटों के लिए इसे रोजाना खोला जा रहा है।
दो लाल बत्ती खत्म होंगी
रोड नंबर 57 पर आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के इस कॉरिडोर के बनने से यहां पर विवेक विहार और सूर्य नगर क्रॉसिंग की दो लालबत्ती बंद हो जाएंगी। इससे यहां से रोजाना गुजरने वाले करीब डेढ़ लाख वाहनों को फायदा होगा। यह पूर्वी दिल्ली के व्यस्त सड़कों में से एक है। फ्लाईओवर के बनने से अप्सरा बॉर्डर से एनएच-24 पर पड़ने वाले गाजीपुर चौक तक सफर सिग्नल फ्री हो जाएगा।
समय सीमा बढ़ रही
2022 सितंबर में निर्माण शुरू हुआ
2023 दिसंबर तक समय सीमा थी
31 अक्तूबर 2024 नई समय सीमा
इन इलाकों को फायदा
विज्ञान विहार, विवेक विहार, योजना विहार, स्वास्थ्य विहार, शोका निकेतन, झिलमिल, आनंद विहार जाने वाले के अलावा गाजियाबाद के रामप्रस्थ व सूर्य नगर से आने वाले लोगों को भी फायदा होगा।
सड़क के बीच खड़े पेड़
आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के सिग्नल फ्री कॉरिडोर का ट्रायल शुरू कर दिया है, लेकिन फ्लाईओवर के बीच खड़े पेड़ काटने की मंजूरी नहीं मिली है। इस कॉरिडोर के आसपास कुल 113 पेड़ों को काटने की मंजूरी चाहिए। इनमें करीब पांच बिल्कुल सड़क के बीच है, जिसमें तीन पेड़ को आनंद विहार से अप्सरा ब़ॉर्डर की तरफ जाते समय जब सिग्नल फ्री कॉरिडोर से नीचे उतरेंगे तो वहां बिल्कुल बीच में है। इसी तरह अप्सरा बॉर्डर से आनंद विहार की तरफ आते समय भी दो पेड़ एक शुरुआत में कॉरिडोर पर चढ़ते ही और दूसरा बिल्कुल बीच में खड़ा है। चूंकि, वन विभाग ने इस इलाके को फॉरेस्ट क्षेत्र घोषित कर रखा है तो इन पेड़ों को काटने की मंजूरी नहीं मिल पा रही।
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