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पेरिस में तिरंगा फहराने को तैयार योद्धा शोल्डर : आज से शुरू होगा खेलों का महाकुंभ, सुमित, अवनि, मनीष और कृष्णा खिताब बचाने उतरेंगे, शीतल पहले ही खेलों को बनाना चाहेंगी यादगार
-84 भारतीय खिलाड़ियों (52 पुरुष, 32 महिला) के साथ 95 अधिकारी
-1 मात्र महिला खिलाड़ी अरुण तंवर ताइक्वांडो में दमखम दिखाएंगी
-19 पदक भारत ने टोक्यो में पांच स्वर्ण सहित जीते थे
किस खेल में कितने खिलाड़ी
खेल पुरुष महिला कुल
तीरंदाजी 03 03 06
एथलेटिक्स 28 10 38
बैडमिंटन 07 06 13
साइकिलिंग 01 01 02
पैरा कनोइंग 01 02 03
पावरलिफ्टिंग 02 02 04
नौकायन 01 01 02
निशानेबाजी 07 03 10
तैराकी 01 00 01
टेबल टेनिस 00 02 02
ताइक्वांडो 00 01 01
पेरिस, एजेंसी। दुनिया भर के चार हजार से ज्यादा खिलाड़ियों के साथ भारतीय स्टार भी बुधवार से पेरिस में शुरू होने पैरालंपिक खेलों में तिरंगे की शान बढ़ाने उतरेंगे। भारतीय खिलाड़ी 12 खेलों की विभिन्न स्पर्धाओं में अपना दमखम दिखाएंगे। टोक्यो में रिकॉर्ड के साथ चैंपियन बनने वाले भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल, निशानेबाज अवनि लेखरा व मनीष नरवाल और शटलर कृष्णा नागर अपना खिताब बचाने उतरेंगे। वहीं, पहली बार इन खेलों में चुनौती पेश करने जा रही तीरंदाज शीतल देवी अपने पैरों के दम पर नई इबारत लिखना चाहेंगी। एशियाड में स्वर्णिम चमक बिखेरने के बाद अब जम्मू-कश्मीर की यह तीरंदाज खेलों के महाकुंभ में विजय पताका फहराने को बेताब होंगी।
सबसे बड़ा दल : भारत का 84 सदस्यीय दल पैरालंपिक खेलों में दमदख दिखएगा जो अब तक का सबसे बड़ा दल होगा। इस दल से तीन बरस पहले टोक्यो में किए गए प्रदर्शन से बेहतर नतीजों की उम्मीद है। टोक्यो में पांच स्वर्ण सहित 19 पदक जीते थे और तालिका में 24वें नंबर पर रहे थे। अब लक्ष्य पीले तमगों को दोहरे अंक तक पहुंचाने के साथ ही पदकों की संख्या भी 20 से पार ले जाने का है। खिलाड़ियों ने हाल में अच्छा प्रदर्शन करके उम्मीद बढ़ा दी है। भारत ने पिछले साल हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में 29 स्वर्ण सहित रिकॉर्ड 111 पदक जीते थे। इसके बाद मई में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत ने आधा दर्जन स्वर्ण सहित 17 पदक जीते। एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले कई खिलाड़ी पैरालंपिक टीम में शामिल हैं।
सेमा भी दावेदार : भारत के लिए पैरा-एथलेटिक्स टीम ने अतीत में अच्छा प्रदर्शन किया है। इस बार भी एथलेटिक्स में भाग ले रहे 38 खिलाड़ियों से देश को काफी उम्मीद है। पदक के अन्य प्रमुख दावेदारों में होकाटो सेमा (शॉट पुट) और नारायण कोंगनापल्ले (रोवर) और कई अन्य खिलाड़ी पदक के दावेदार हैं।
सुमित में है दम : सत्रह साल की उम्र में एक दुर्घटना में अपना बायां पैर गंवाने वाले हरियाणा के भाला फेंक खिलाड़ी सुमित ने मई में पैरा विश्व चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता था। वह पेरिस में उसी स्थान पर 75 मीटर का आंकड़ा पार करने की उम्मीद कर रहे हैं जहां नीरज चोपड़ा ने इस महीने के शुरू में ओलंपिक रजत पदक जीता था।
लेखरा की निगाह हैट्रिक पर : टोक्यो में एक स्वर्ण और कांस्य सहित सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली निशानेबाज लेखरा इस बार पदक की हैट्रिक लगाने क कोशिश करेंगी। वह तीन स्पर्धाओं में निशाना साधेंगी। लेखरा पैरालंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला थीं। वह पैरालंपिक में तीन पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल होना चाहेंगी।
योगेश और निषाद बदलेंगे पदक का रंग : योगेश कथुनिया (डिस्कस थ्रो-एफ56), निषाद कुमार (हाई जंप-टी47), प्रवीण कुमार (हाई जंप-टी64) और मरियप्पन थंगावेलु (हाई जंप- टी63) टोक्यो में जीती गई अपनी चांदी को सोने में बदलने का प्रयास करेंगे। मरियप्पन ने 2016 में रियो में स्वर्ण पदक जीता था। वह पदकों की हैट्रिक लगाने वाले क्लब में शामिल होना चाहेंगे। महिलाओं में दीप्ति जीवनजी (400 मीटर टी20) भी दावेदार हैं।
सुहास की निगाह सोने पर : टोक्यो में रजत पदक जीतने वाले शटलर सुहास यतिराज (पुरुष एकल और मिश्रित युगल) फिर से पदक के दावेदार होंगे। वह एकल में स्वर्णिम सफलता हासिल करना चाहेंगे। मानसी जोशी और सुकांत कदम भी पदक के दावेदार हैं। टोक्यो के स्वर्ण पदक विजेता प्रमोद भगत डोपिंग नियमों का उल्लंघन करने के कारण भाग नहीं ले पाएंगे। टोक्यो में टेबल टेनिस में रजत जीतने वाली भाविनाबेन पटेल का लक्ष्य स्वर्ण जीतना होगा। व्हीलचेयर पर बैठकर खेलने वाली यह खिलाड़ी महिला एकल एस4 और महिला युगल डी10 स्पर्धाओं में भाग लेगी।
सुमित और भाग्यश्री ध्वजवाहक
एशियाई पैरा खेलों में एफ34 स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले सुमित अंतिल और शॉट पुटर भाग्यश्री जाधव पैरालंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार किसी स्टेडियम के बाहर आयोजित होने वाले उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे।
परेड करेंगे खिलाड़ी
ओलंपिक खेलों की पैरालंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह भी सीन नदी के किनारे होगा। यह भारतीय समय अनुसार रात 11:30 से शुरू होगा। हालांकि पैरालंपिक खिलाड़ी नौकाओं के बजाए डेस चैंप्स-एलिसीज से प्लेस डे ला कॉनकॉर्ड तक परेड करेंगे। इस दौरान करीब 65,000 दर्शकों के रहने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय
-169 देशों के 4 हजार से ज्यादा खिलाड़ी पेश करेंगे चुनौती
-22 खेलों की 549 स्पर्धाएं होंगी 12 दिन तक चलने वाले खेलों में
-549 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे, इनमें 235 सबसे ज्यादा महिला वर्ग में
-33 देशों (पाकिस्तान और अगानिस्तान सहित) का एक-एक खिलाड़ी भाग लेगा
-284 सदस्यीय सबसे बड़ा दल चीन का जबकि ब्राजील (256) दूसरे नंबर पर
-22 पीले तमगे पहले दिन 29 अगस्त को दांव पर होंगे
-पेरिस पहली बार इन खेलों की मेजबानी कर रहा है
-गोल्फ, कराटे, पैरा डांस स्पोर्ट्स और पावरचीयर फुटबॉल
-सभी खेलों का सीधा प्रसारण
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