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चांडिल डैम में क्रैश अलकेमिस्ट एविएशन के टू सीटर विमान को सोमवार की रात 11:40 बजे निकाल लिया गया। नौसेना की टीम 150 घंटे बाद सातवें दिन मलबा को निकालने में सफल रही। जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से मंगलवार सुबह 11 बजे उड़ान भरने के बाद 11:20 बजे क्रैश हो गया था। इस घटना में ट्रेनी पायलट व ट्रेनर की मौत हो गयी थी। बैलून की मदद से विमान को बाहर निकाला गया।
सुबह में नौसेना की टीम ने शुरू किया ऑपरेशन
विमान के मलबा को निकालने के लिए नौसेना की टीम सुबह 10.20 बजे डैम पहुंची। टीम बैलून, हौज समेत अन्य आधुनिक उपकरणों के साथ पहुंची थी। दोपहर करीब तीन बजे ऑपरेशन शुरू किया। विमान को बैलून से लिफ्टिंग कर 11 मीटर गहरे पानी से निकाला। इस दौरान डीजीसीए और सोनारी एयरपोर्ट के स्टाफ मौजूद रहे।
कोयलागढ़ के पास मिला था लोकेशन
विमान की तलाशी के छठे दिन रविवार को लोकेशन मिला था। भारतीय नौ सेना की टीम ने नीमडीह के कोयलागढ़ के निकट वनडीह के पास लोकेशन को ढूंढ निकाला था।
सुरक्षा को लेकर डैम तट पर तैनात रहे मजिस्ट्रेट
इधर, सुरक्षा व विधि व्यवस्था को देखते हुए वरीय मजिस्ट्रेट चांडिल सीओ अमित श्रीवास्तव, थाना प्रभारी वरुण यादव, कनीय अभियंता पाईकस टोप्पो भी मौजूद रहे। सोनारी एयरपोर्ट के स्टाफ ने बताया कि विमान 18 फीट लंबा था, जिसका वजन करीब 800 किलो है। इससे पूर्व विमान हादसे के बाद मंगलवार देर शाम स्थानीय गोतोखारों ने विमान एवं पायलट की खोजबीन शुरू की थी, पर सफलता हाथ नहीं लगी। बुधवार को रांची से एनडीआरएफ को लगाया गया। गुरुवार को नौ सेना एवं एनडीआरएफ की टीम ने ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया और गुरुवार को ही पटना के मीठापुर के रहनेवाले पायलट जीत शत्रु आनंद का शव डैम से बरामद कर लिया। पियालडीह व आदित्यपुर के ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता का शव कल्याणपुर के पास से बरामद कर लिया था।
22 को विशाखापट्नम से आई नौसेना ने संभाला मोर्चा
मंगलवार को जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद गायब हुए विमान, पायलट व ट्रेनी पायलट की खोजबीन के लिए 22 अगस्त को नौ सेना ने मोर्चा संभाला तथा 25 अगस्त को डैम से विमान को ढूंढ निकाला। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सह सांसद संजय सेठ की पहल पर भारतीय नौ सेना की 15 सदस्यीय टीम को विशाखापट्टनम से चांडिल डैम भेजा गया है।
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