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धीरदोका गांव में धरने पर बैठे किसान।
नूंह जिले के आईएमटी रोजकामेव स्थित धीरदोका गांव में मुआवजे को लेकर 9 गांवों के किसान पिछले 6 महीने से अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं।
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किसानों की अब जल्द ही सीएम सीएम नायब सैनी के साथ बैठक होगी। 23 अगस्त को सीएम के प्रधान सचिव से बैठक होनी थी, जो किन्हीं कारणों से नहीं हुई।
किसानों ने कहा कि नूंह के भाजपा नेता व पूर्व विधायक चौधरी जाकिर हुसैन ने संज्ञान लेते हुए सीएम नायब सैनी को मामला अवगत कराया। जिसके बाद शनिवार सुबह चौधरी जाकिर हुसैन के साथ सीएम से मिलने चंडीगढ़ के लिए निकले, लेकिन कुरूक्षेत्र के रास्ते में पहुंचते सीएम दिल्ली के लिए आलाकमान के बुलाने पर निकल गए। जिसके चलते सीएम के साथ बैठक नहीं हो पाई।
एक-दो दिन में होगी सीएम के साथ मीटिंग
किसानों ने कहा कि सीएम द्वारा मामले पर स्वयं संज्ञान लेने से किसानों को अब उम्मीद जगी है। अब एक-दो दिन में सीएम के साथ मीटिंग होने वाली है। वहीं किसानों ने कहा अगर किसानों की सुनवाई हो जाती है, तो हम 9 गांवों के किसान इस चुनाव में भाजपा का साथ देंगे। भाजपा नूंह से चौधरी जाकिर हुसैन या अन्य जिस नेता को मैदान में उतारेगी सभी उनका साथ देंगे।
यह जानकारी किसान कमेटी के सदस्य हाफिज सिराजुद्दीन, जाहिद पूर्व सरपंच मेहरोला, पूर्व सरपंच मोहम्मद एसपी, मुबारिक, इरफान, रज्जाक, मुफीद, आसिफ, दीन मोहम्मद नंबरदार, उसमान रविवार शाम धरनास्थल पर प्रेसवार्ता के दौरान दी है।
किसानों ने नहीं दिया किसी भी पार्टी को समर्थन
किसानों ने शनिवार को रोजकामेव गांव में हुए कांग्रेस के कार्यक्रम पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि कार्यक्रम में रोजकामेव गांव के सिर्फ सरपंच द्वारा कांग्रेस को समर्थन दिया है। ना कि पूरे गांव व किसान ने दिया है। किसानों ने कहा कि फिलहाल हमने किसी भी पार्टी व किसी भी नेता को कोई समर्थन नहीं दिया है।
मुआवजे नहीं मिलने तक जारी रहेगा धरना
उन्होंने कहा कि जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं होती तब तक आईएमटी रोजकामेव का काम बंद रहेगा। उन्होंने कहा कि जब तक 9 गांवों के किसानों की 1600 एकड़ भूमि के मुआवजे की 750 करोड़ राशि नहीं दी जाएगी यह धरना व संघर्ष जारी रहेगा।
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