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मौसम की मेहरबानी से राजधानी दिल्ली इस बार सबसे ज्यादा साफ हवा में सांस ले रही है। शनिवार को लगातार 21वें दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 100 से नीचे यानी संतोषजनक श्रेणी में रहा। इससे पहले वर्ष 2021 के सितंबर महीने में लगातार 20 दिनों तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से नीचे रहा था। सीपीसीबी के मुताबिक, शनिवार को सूचकांक 74 के अंक पर रहा। अगले दो दिनों के बीच भी वायु गुणवत्ता का यह साफ-सुथरा स्तर बना रहेगा।
हर दिन हो रही बारिश राजधानी में आमतौर पर प्रदूषक कण पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर सामान्य से ज्यादा रहता है, लेकिन जुलाई, अगस्त और सितंबर में हवा सबसे ज्यादा साफ-सुथरी रहती है। इस बार राजधानी दिल्ली में मध्यम और भारी बारिश की घटनाएं तो कम हुई हैं, लेकिन लगभग हर दिन ही दिल्ली में कहीं न कहीं हल्की-फुल्की बारिश हो रही है। इसके चलते हवा में घुले प्रदूषक कण काफी हद तक साफ हो गए हैं।
सामान्य से 82 फीसदी ज्यादा पानी बरसा
अगस्त में अभी तक सामान्य से 82 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। दिल्ली के सफदरजंग मौसम केंद्र में अगस्त के ज्यादातर दिनों में हल्की से लेकर भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके चलते हवा में घुले कण लगातार साफ हो रहे हैं। हालांकि, वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से लेकर 50 तक के सूचकांक को सबसे साफ माना जाता है। अभी तक एक दिन भी सूचकांक 50 से नीचे नहीं आया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि आठ अगस्त को हवा की गुणवत्ता सबसे ज्यादा साफ-सुथरी रही थी। इस दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 53 अंक पर रहा था।
धूप और हल्की बारिश से उमस बढ़ी
दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में शनिवार को तेज धूप निकली। साथ ही, कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई। इसके चलते लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। अगले दो दिनों में दिल्ली में अच्छी बारिश के आसार नहीं हैं। पालम मौसम केंद्र में सबसे ज्यादा 10.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। सफदरजंग, लोधी रोड और रिज मौसम केंद्र में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है। सफदरजंग मौसम केंद्र में दिन का अधिकतम तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो कि सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है।
बता दें कि, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
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