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Bangladesh Crisis News: छात्र आंदोलन के विरोध में शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर बांग्लादेश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा. शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं. इस बीच उनके ब्रिटेन में शरण लेने की खबरें सामने आई हैं. हालांकि, एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन के गृह मंत्रालय का कहना है कि ब्रिटिश आव्रजन नियम किसी व्यक्ति को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए उस देश की यात्रा करने की अनुमति नहीं देते हैं.
इस बीच ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने एनडीटीवी से बातचीत कहा कि, “जिन लोगों को अंतर्राष्ट्रीय संरक्षण जरूरी है, उन्हें सबसे पहले सुरक्षित देश में शरण लेनी चाहिए. यह सुरक्षा का सबसे तेज़ रास्ता है. हालांकि, सूत्रों से पता चला है कि औपचारिक शरण अनुरोध पर कार्रवाई की जा रही है.
UK ने बांग्लादेश में हुई घटनाओं पर UN से की थी जांच की मांग
ब्रिटिश सरकार ने बांग्लादेश में पिछले कुछ हफ़्तों में हुई हिंसक घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जांच की मांग की है, जिसके कारण अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना कथित तौर पर ब्रिटेन में शरण मांगने से पहले “फिलहाल के लिए” भारत रवाना हो गईं. हालांकि, वो अभी राजधानी दिल्ली के एक सेफ हाउस में हैं.
जानिए क्या बोला ब्रिटेन?
ब्रिटिश के विदेश सचिव डेविड लैमी ने सोमवार (5 अगस्त) को बांग्लादेश में पिछले दो हफ़्तों में हुई हिंसा और जानमाल की हानि” की निंदा की. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन की कोशिश है कि बांग्लादेश के शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक भविष्य सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की हो. सरकार ने हसीना की ओर से ब्रिटेन में राजनीतिक शरण मांगने की रिपोर्टों पर कोई टिप्पणी नहीं की है. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने केवल यह संकेत दिया है कि देश के आव्रजन नियम विशेष रूप से व्यक्तियों को शरण लेने के लिए ब्रिटेन की यात्रा करने की अनुमति नहीं देते हैं.
पहले सुरक्षित देश में” शरण लेनी चाहिए- PM सर कीर स्टारमर
हाल ही में ब्रिटेन के पीएम सर कीर स्टारमर ने पिछले महीने लेबर पार्टी की भारी जीत के बाद कहा था कि शरण चाहने वाले लोगों को “पहले सुरक्षित देश में” शरण लेनी चाहिए. “ब्रिटेन के पास जरूरतमंद लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का रिकॉर्ड रहा है. हालांकि, किसी को शरण या अस्थायी शरण लेने के लिए ब्रिटेन की यात्रा करने की अनुमति देने का कोई प्रावधान नहीं है.
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