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Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले उन्हें अपना देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा तो अब शेख हसीना कम से कम अगले दो दिनों तक लंदन नहीं जा सकेंगी. दरअसल, बांग्लादेश में जारी संकट के बीच सोमवार (05 अगस्त) को शेख हसीना ने भारत में शरण ली थी.
भारत में राजनीतिक शरण के बाद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लंदन जाना था. हालांकि अब उनकी लंदन जाने की योजना में रुकावट की खबर है. इससे जाहिर तौर पर उनके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है.
परेशानी की वजह क्या है?
दरअसल, ब्रिटिश सरकार ने शेख हसीना के लंदन जाने पर बयान जारी किया है. ब्रिटिश सरकार ने संकेत दिया कि उन्हें किसी भी संभावित जांच के खिलाफ ब्रिटेन में कानूनी सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जा सकती. कहा गया कि अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.
भारत ने की मदद
सोमवार (05 अगस्त) को शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत पहुंचीं. एनएसए अजीत डोभाल ने भी शेख हसीना से मुलाकात की थी. दोनों के बीच बांग्लादेश के मौजूदा घटनाक्रम पर लंबी चर्चा हुई. इसके साथ ही भविष्य को लेकर भी बातचीत हुई.
भारत ने दिया मदद का आश्वासन
मंगलवार (06 अगस्त) को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के मुद्दे पर बात की. उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई थी जिसमें बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मदद देने का आश्वासन दिया गया है. भारत सरकार ने उन्हें अगली योजनाओं पर विचार का भी समय दिया है.
पाकिस्तान ने जताया था ऐतराज
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मदद करने के लिए पाकिस्तान ने भारत के कदम पर ऐतराज जताया था. पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया कि भारत को किसी दूसरे देश के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.
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