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बालोतरा जिले के पचपदरा में रिफाइनरी में एक मजदूर की मौत के बाद बवाल मच गया है। मजदूर की मौत की सूचना मिलने पर परिजन सहित आसपास के सैकड़ों ग्रामीण रिफाइनरी के गेट के आगे पहुंचे और कंपनी पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए रिफाइनरी के गेट बंद कर दिए। इस दौरान
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इसके बाद रात करीब 10:30 बजे धरने पर एएसपी धर्मेंद्र यादव और एसडीएम राजेश विश्नोई भी मौके पर पहुंचे और प्रतिनिधि मंडल के साथ बात कर कंपनी प्रतिनिधियों से भी बात शुरू की।
पचपदरा थानाधिकारी अमराराम खोखर ने बताया कि रिफाइनरी के अंदर एक निर्माण साइट पर पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा था। पाइप बिछाते वक्त नासिर खान (35) निवासी रिछोली के ऊपर एक पाईप गिर गया। पाइप के नीचे दबने से निसार खान मौत हो गई। रिफाइनरी साइट पर कार्यरत अन्य साथी मजदूरों और कंपनी द्वारा उसे निजी वाहन में बालोतरा के अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना में साथी मजदूरों ने कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। घटना के बाद बड़ी संख्या में परिजन व ग्रामीण रिफाइनरी पहुंचे और प्रदर्शन शुरू किया।
गुस्साए मजदूरों ने कंपनी पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए रिफाइनरी के गेट बंद कर दिए। इस दौरान हजारों लोग गेट के अंदर फंस गए
प्रदर्शनकारियों ने मेन गेट बंद किया, अंदर मजदूर फंसे
रिफाइनरी के बाहर प्रदर्शन और धरने के बाद आक्रोशित लोगों ने रिफाइनरी का गेट बंद कर दिया। गेट बंद होने पर दिन की शिफ्ट खत्म होने के बाद हजारों मजदूर अंदर फंस गए। मजदूरों को ले जाने वाली बसे भी अंदर फंस गई। गेट नं। 3 पर प्रदर्शन कर रहे लोगों और अंदर फंसे मजदूरों के बीच पत्थरबाजी हुई, जिससे कई वाहनों के शीशे टूट गए।
पचपदरा पुलिस व तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और धरना दे रहे लोगों से समझाइस की।
पुलिस द्वारा धरना देने वाले लोगों को वहां से हटाने के बाद हजारों मजदूरों को पैदल ही रिफाइनरी के बाहर निकाला गया। गेट नं। 4 के आगे बैठे धरने के कारण एम्बुलेंस भी अंदर फंस गई, जिसे पुलिस ने धरनार्थियों के साथ हल्का बल कर हटाया और एम्बुलेंस को रास्ता दिया। बाद में प्रदर्शनकारी वापस गेट के आगे धरने पर बैठ गए। प्रशासन, कंपनी प्रतिनिधियों और धरनार्थियों के साथ वार्ता का दौर शुरू हुआ जो देर रात तक जारी था।
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