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जयपुर के बी-2 बाइपास चौराहे पर सिग्नल फ्री जंक्शन के तहत बनाए क्लोवर लीफ को कल से आमजन के लिए खोल दिया जाएगा। इन दोनों एलीवेटेड जंक्शन के शुरू होने के बाद जवाहर सर्किल और एसएफएस मानसरोवर जाने वाले यात्रियों को इसका उपयोग करना पड़ेगा।
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इस ट्रेफिक जंक्शन के शुरू होने के बाद जयपुर में लक्ष्मीमंदिर तिराहे के बाद अब टोंक रोड पर ये दूसरा तिराया या चौराहा होगा जो सिग्नल फ्री होगा। जेडीए ने मानसरोवर एसएफएस से सांगानेर और दुर्गापुरा से मानसरोवर एसएफएस जाने वाले वाहन चालकों के लिए इस क्लोवर लीफ का निर्माण करवाया है।
इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में मानसरोवर से जवाहर सर्किल की तरफ जाने के लिए ट्रेफिक के लिए अंडरपास को शुरू किया था, जो इसी साल मार्च में खोला गया था। अब चार महीने बाद इन दोनों जंक्शन (क्लोवर लीफ) पर ट्रैफिक शुरू होने के साथ ये प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर जेडीए ने करीब 155 करोड़ रुपए खर्च किए है।
रामदास मार्ग कट पर अब भी जाम
भले ही जेडीए ने इस प्रोजेक्ट को बनाकर बी-2 बाइपास पर ट्रेफिक जाम से मुक्ति दिला दी हो, लेकिन अब इसके स्थान पर रामदास अग्रवाल कट (टोंक रोड से होटल मैरियट जाने वाले तिराहा) पर यातायात जाम की समस्या बढ़ गई। अभी सांगानेर से आने वाला ट्रेफिक जो जवाहर सर्किल, जेएलएन मार्ग, जगतपुरा, मालवीय नगर जाता है वह अब भी इस कट पर रोड लाइट में रूकता है। इस कारण यहां पीक ऑवर्स पर बहुत लम्बा ट्रेफिक जाम लगता है।
इसी तरह दुर्गापुरा से आने वाला ट्रेफिक जो सांगानेर की तरफ जाता है वह भी इस तिराहे पर रूकता है, जिससे यहां हमेशा यातायात जाम की समस्या रहती है। सुबह-शाम जब ट्रेफिक ज्यादा होता है या बारिश में पानी भरता है तो इस ट्रेफिक सिग्नल पर जाम दुर्गापुरा एलीवेटेड रोड तक लग जाता है।
प्रोजेक्ट पर एक रिपोर्ट
इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास जेडीए ने जनवरी 2022 में किया था और इसे जुलाई 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य था। इस चौराहे से रोजाना ढाई से ज्यादा गाड़ियां (वाहन) गुजरते है। इस चौहाहे को सिग्नल फ्री बनाने और जाम से मुक्ति दिलाने के लिए यहां दोनों तरफ क्लोवर लीफ (लम्बाई 600-600 मीटर) बनाए गए है।
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